
दुनिया में ज्ञान का प्रकाश पहुंचाने वाला बिहार एक बार फिर अंधविश्वास की चपेट में है. बिहार में अब लोग कोरोना माई की पूजा कर रहे हैं. कोरोना को भी चेचक (माता जी) का दर्जा देकर पूजा अर्चना कर रहे हैं.
क्या है पूरा मामला
बिहार के कई जिलों में कोरोना को माता जी मानकर उसकी पूजा अर्चना की जा रही है । इसका वीडियो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है. जिसके तहत कई तरह की अफवाहें और भ्रांतियां भी फैलाई जा रही है .एक वीडियो में कहा जा रहा है कि करुणा देवी की नाराजगी से कोरोना का प्रकोप फैला है। इसीलिए वे करुणा देवी के रुप कोरोना माई की पूजा कर रही हैं।
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नौं लड्डू, नौ लौंग और नौ उड़हल फूल की पूजा
कोरोना माई को प्रसन्न करने के लिए नौ लड्डू, नौ लौंग और नौ उड़हल के फूल समेत कुछ पूजन सामग्री लेकर वो आई हैं और उसी से कोरोना माई की पूजा कर रही हैं ताकि कोरोना माई का गुस्सा कम हो जाए और वो हम सब पर कृपा करके चली जाएं। महिलाएं नदी और तालाबों के किनारे कोरोना माई की पूजा कर रही हैं.
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गाय के मरने की कहानी
दरअसल सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है जिसमें एक महिला कह रही है कि कि खेत मे दो महिलाएं घास काट रही थीं। वहीं बगल में एक गाय घास चर रही थी उसी दौरान गाय महिला बन गई। उसे देखकर घास काट रही महिलाएं डर से भागने लगी तब गाय से महिला बनी औरत ने दोनों महिलाएं को रोका और बोला कि आप लोग डरो मत हम कोरोना माता हैं। सोमवार और शुक्रवार को पूजा सामग्री चढ़ाकर मेरा पूजा अर्चना करो हम खुद चले जाएंगे। बस इस वीडियो ने ऐसा अंधविश्वास फैलाया कि पूजा तक शुरू हो गई।
नालंदा लाइव की अपील
दोस्तों, आप सब से अपील है कि ऐसे अंधविश्वास को समाज में न पनपे दें और ऐसे अंधविश्वासी मैसेज को न तो फॉरर्वड करें बल्कि लोगों में इसके खिलाफ जागरूकता फैलाएं. ताकि ज्यादा से ज्यादा लोगों की जान बच सके. नहीं तो अंधविश्वास के चक्कर में हम आपको लेने के देने न पड़ जाय