
बिहार के शेखपुरा जिला में गांव वालों ने हेडमास्टर के बेटे को स्कूल में बंधक बना लिया । नाराज लोगों ने हंगामा भी किया और शिक्षाविभाग के खिलाफ नारेबाजी भी की।
क्या है पूरा मामला
मामला शेखपुरा जिला के उत्क्रमित मध्य विद्यालय खोरमपुर की है. गांव वालों के मुताबिक हेडमास्टर पिछले चार महीने से स्कूल नहीं आ रहा है और उसकी जगह उसका बेटा स्कूल आ कर उसका उपस्थिति बनाता था। जिससे गांव वाले नाराज थे। मंगलवार की सुबह करीब दस बजे पहले की तरह की हेडमास्टर का बेटा शेखपुरा प्रखंड के खोरमपुर स्थित उत्क्रमित मध्य विद्यालय पहुंचा और पिता के बदले उपस्थिति बनाने लगा। जिसे गांववालों ने रंगे हाथ दबोच लिया और उसे विद्यालय के कमरे में ही बंद कर दिया. इस मौके पर स्थानीय वार्ड सदस्य अजय कुमार एवं छात्रों के परिजनों ने आरोप लगाया कि विद्यालय के हेडमास्टर संतोष कुमार पिछले चार महीने से लापता हैं. लापता शिक्षक के बदले उनके पुत्र सुमन कुमार उपस्थिति बनाकर पिता की ड्यूटी निभा रहे हैं. बीआरसी और सीआरसी की बैठकों में भी पिता के बदले पुत्र ही शिरकत करते थे.
शिक्षा विभाग पर सवालिया निशान
गांववालों ने शिक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े करते हुए कहा कि नियमित रूप से विद्यालय का निरीक्षण करने का दावा करनेवाले विभागीय अधिकारी की भूमिका भी संदिग्ध है. ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि चार महीने से लगातार हेडमास्टर पिता के बदले फर्जी तरीके से पुत्र उपस्थिति बनाकर वेतन का लाभ लेता रहा और विभाग को कानोंकान खबर तक नहीं लगी. ग्रामीणों ने इस मामले में उच्च स्तरीय जांच करा कर शिक्षक और विभागीय अधिकारियों के विरुद्ध कठोर कार्रवाई की मांग की है.
आरोपी बेटे का क्या है कहना
वहीं, बंधक बनाए गए हेडमास्टर के बेटे सुमन के मुताबिक वो कैमूर जिले के भभुआ का रहने वाला है. विद्यालय में अपने पिता को खाना पहुंचाने आये थे. इसी दौरान ग्रामीणों ने उन्हें बंधक बना लिया. पूछे जाने पर शिक्षक पुत्र ने पिता को गांव चले जाने के कारण विद्यालय से अनुपस्थित बताया है. इस मौके पर विद्यालय में तैनात शिक्षिका मीना कुमारी और प्रमिला सिन्हा ने बताया कि यहां करीब ढाई सौ विद्यार्थी नामांकित हैं. उन्हें शिक्षा का लाभ देने के लिए हेडमास्टर समेत सात शिक्षक कार्यरत हैं. मंगलवार को सिर्फ दोनों शिक्षिकाएं ही विद्यालय में उपस्थित दिखीं.