नालंदा में जमीन की पैमाइश, दाखिल खारिज, जमाबंदी को लेकर लगातार शिकायतें आ रही थी.. लोग लगातार शिकायत कर रहे हैं कि सीओ ऑफिस में बिना पैसा के कोई काम नहीं हो रहा है.. कर्मचारी से लेकर हर टेबल पर ही पैसा चलता है। लेकिन अब इस मामले में एक्शन हुआ है। सीओ, सर्किल इंस्पेक्टर और राजस्व कर्मचारी तीनों पर गाज गिरी है ।
क्या है मामला
मामला नालंदा जिला के हरनौत प्रखंड का है.. जहां बिना जांच पड़ताल के ही विवादित जमीन का दाखिल खारिज कर दिया गया.. जबकि ये मामला कोर्ट में विचाराधीन है। इस मामले में शिकायत मिलने पर नालंदा के जिला समाहर्ता कार्रवाई की शिकायत की है।
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डीएम से की थी शिकायत
दरअसल, हरनौत के नेहुसा बिगहा के सुरेंद्र प्रसाद और पप्पू कुमार ने हरनौत अंचल के रुपसपुर मौजा अंतर्गत थाना नंबर 215, ऑनलाइन जमाबंदी भाग-09, पृष्ठ- 1162 शिवशम्भु कुमार पिता वैजनाथ प्रसाद के नाम से दर्ज जमाबंदी जिसका खाता संख्या-111, खसरा संख्या- 46, 43, अराजी- 2.969 भूमि को सीओ एवं राजस्व कर्मचारी के द्वारा धोखाधड़ी कर जमाबंदी कर दी गई थी। जिसकी डीएम से की गई थी।
डीएम ने जांच में क्या पाया ?
नालंदा के डीएम ने जब शिकायत की जांच की तो शिकायत को सही पाया.. डीएम ने अपनी रिपोर्ट में लिखा कि तत्कालीन संबंधित राजस्व कर्मचारी, अंचल निरीक्षक और अंचलाधिकारी तीनों ने संबंधित जमीन के विवादित रहने और स्वामित्व का मुद्दा कोर्ट में लंबित होने के बावजूद उसका दाखिल खारिज कर दिया है। जो बिहार भूमि दाखिल खारिज अधिनियम 2011 की धारा 06 (11) का उल्लंघन है। ऐसे में उनके खिलाफ एक्शन लिया जाए।
किस-किस पर एक्शन
नालंदा के डीएम ने जिन तीन लोगों पर एक्शन की सिफारिश की है । उसमें हरनौत के तत्कालीन सीओ उमेश कुमार, प्रभारी सीआई शैलेंद्र कुमार और राजस्व कर्मचारी राजनंदन कुमार का नाम शामिल है। उमेश कुमार अभी हरनौत के सीओ नहीं हैं उनका तबादला हो गया है । इसलिए डीएम ने उनके विरूद्ध कार्रवाई की अनुशंसा की है