इस वक्त एक बड़ी खबर नालंदा जिला से आ रही है । नालंदा जिला में वकीलों ने अनिश्चितकालीन हड़ताल का ऐलान कर दिया है । साथ ही आंदोलन का भी ऐलान किया है । जिसके बाद कोर्ट की सुरक्षा बढ़ा दी गई है ।
क्यों हड़ताल पर गए वकील
दरअसल, नालंदा के जिला एवं सत्र न्यायाधीश ने न्यायालय परिसर में अधिवक्ताओं की गाड़ी और उनके प्रवेश पर रोक लगा दिया है। जिला एवं सत्र न्यायाधीश डॉ रमेश चंद्र दिवेदी का कहना है कि कोरोना संक्रमण को देखते हुए हाईकोर्ट के निर्देश पर ये निर्णय लिया गया है।
इसे भी पढ़िए-नालंदा में जज साहब ने सुनाया अनूठा फैसला, सुनकर भर आएगी आंखें
वर्चुअल होगी सुनवाई
कोरोना को देखते हुए अदालत में किसी भी व्यक्ति प्रवेश पर रोक लगा दी गई है । साथ ही मामले की सुनवाई वर्चुअल करने का फैसला लिया गया है ।
इसे भी पढ़िए-नालंदा में कोरोना का कहर, एक ही गांव में मिले 21 नए मरीज
वकीलों ने शुरू किया आंदोलन
वकीलों की गाड़ी और अधिवक्ताओं के कोर्ट में प्रवेश करने पर सख्ती लगाने से वे नाराज हो गए हैं और आंदोलन पर उतर आए हैं । अधिवक्ता संघ के महासचिव दिनेश कुमार का कहना है कि जब तक जिला एवं सत्र न्यायाधीश नालंदा जिला अधिवक्ता संघ में आकर अपनी बातों को नहीं कहते हैं तब तक हम लोगों का आंदोलन जारी रहेगा । इधर अधिवक्ताओं के आंदोलन का असर न्यायिक कार्य पर पूरी तरह पड़ गया ।
सुरक्षा बढ़ाई गई
वकीलों के आंदोलन को देखते हुए कोर्ट परिसर की सुरक्षा बढ़ा दी गई है। साथ ही कोर्ट कैंपस को खाली कराने के भी आदेश दिए गए हैं । वकीलों की हड़ताल को देखते हुए कैदियों के वाहन को वापस जेल में भेज दिया गया है ।