दिल्ली-एनसीआर से बिहारी मजदूरों का पलायन शुरू हो गया. बड़ी संख्या में बिहारी मजदूर पैदल ही अपने घरों की ओर लौट रहे हैं. वे भूखे प्यासे पैदल अपने घर की ओर चले आ रहे हैं. ऐसे में बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कठोर फैसला लिया है.
नीतीश कुमार ने क्या कहा
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने मजदूरों के लिए की गई बसों की व्यवस्था पर सवाल उठाए हैं। उन्होंने कहा कि विशेष बस से लोगों को भेजना एक गलत कदम है। उन्होंने एनडीटीवी से खास बातचीत में कहा कि इससे बीमारी और फैलेगी जिसकी रोकथाम करना सबके लिए मुश्किल हो जाएगा। उन्होंने कहा कि लोगों को कहीं से भी बुलाने में समस्या और बढ़ जाएगी। बिहार सरकार चाहती है कि जो लोग जहां हैं, वहीं उनके खाने और रहने की व्यवस्था कर दी जाए। बसों से लोगों को बुलाने से लॉकडाउन फेल से हो जाएगा। बसों से लोगों भेजना गलत कदम है।
Delhi: Huge number of migrant workers queue up at Uttam Nagar Bus Terminal waiting for buses going to Anand Vihar Bus Terminal. From Anand Vihar Bus Terminal, they will be boarding buses for their respective home towns and villages. #CoronvirusLockdown pic.twitter.com/HNkQLq43g1
— ANI (@ANI) March 28, 2020
यूपी सरकार ने की थी बसों की व्यवस्था
दरअसल, दिल्ली-एनसीआर से हजारों की संख्या में लोग अपने घरों को जाने के लिए पैदल ही निकले पड़े हैं। इसमें ज्यादातर दिहाड़ी मजदूर हैं। जिनका काम लॉकडाउन होने से ठप पड़ गया है। इसे देखते हुए ही उत्तर प्रदेश सरकार ने 200 बसों की व्यवस्था की है। कई दिनों से मुश्किलों का सामना कर रहे लोगों को राहत तो जरूर मिली है, लेकिन भीड़ में संक्रमण का खतरा अधिक है। जो कि आगे भयावह रूप ले सकता है। यूपी सरकार की बसें नोएडा और गाजियाबाद से हर दो घंटों में रवाना होंगी। हालांकि दिल्ली सरकार ने इन लोगों के लिए जरूर सामान की व्यवस्था करने का आश्वासन दिया है, लेकिन लोग किसी भी हालत में अपने घर लौटना चाहते हैं।
I have asked MLAs to request migrant workers to not leave Delhi as we have made arrangements for all. I will appeal that initiative of lockdown taken by PM is necessary to contain this epidemic. If people will migrate then #COVID19 cases will rise: Delhi Chief Min Arvind Kejriwal pic.twitter.com/vZWqPUKEVW
— ANI (@ANI) March 28, 2020
हेल्पलाइन नंबर पर फोन ना लगे तो मुख्यमंत्री ऑफिस में फोन करें
नीतीश कुमार ने बिहार के बाहर फंसे लोगों से अपील की है। उन्होंने कहा है कि अगर बिहार को बचाना है और बिहार से प्रेम है तो जो जहां हैं वहीं रहें। सरकार आपके लिए हर जरूरी सामान की व्यवस्था कर रही है। नीतीश कुमार ने कहा कि किसी को किसी भी तरह की परेशानी नहीं होगी। लॉकडाउन में फंसे लोग हेल्पलाइन पर फोन के जरिए अपनी लोकेशन बताएं। उनकी मदद की जाएगी। इसके अलावा हेल्पलाइन नंबर पर फोन ना लगे तो मुख्यमंत्री ऑफिस में फोन करें। हर तरह की सहायाता की जाएगी। बिहार में अभी तक 10 लोग कोविड-19 से संक्रमित पाए गए हैं, वहीं एक मरीज की मौत हुई है।