कोरोना संक्रमण से देश को बचाने के लिए पीएम मोदी ने लॉकडाउन की अवधि को 3 मई तक बढ़ा दिया है. साथ ही उन्होंने कहा कि 20 अप्रैल तक हर कस्बे, हर थाने, हर जिले, हर राज्य को परखा जाएगा. जो क्षेत्र इस अग्निपरीक्षा में सफल होंगे, वहां पर 20 अप्रैल से कुछ जरूरी गतिविधियों की अनुमति दी जा सकती है. ऐस में बिहार के 29 जिलों में छूट की उम्मीद जगी है । क्योंकि यहां कोरोना का एक भी पेशेंट नहीं है.
बिहार में प्रमंडलवार स्थिति इस प्रकार है-
1. पटना प्रमंडल – पटना के अंतर्गत आने वाले जिलों में पटना और नालंदा में कोरोना के मरीज पाए गए हैं, जबकि भोजपुर, बक्सर, कैमूर, रोहतास में एक भी मरीज नहीं मिला है.
2. मगध प्रमंडल – इसका मुख्यालय गया में है इसके अंतर्गत आने वाले जिलों के नाम गया और नवादा में मरीज मिले हैं पर अरवल, औरंगाबाद ,जहानाबाद में एक भी मरीज कोरोना पॉजिटिव नहीं पाया गया है.
3. मुंगेर प्रमंडल – मुंगेर में सात मरीज पाए गए थे, लेकिन छह ठीक हो गए जबकि एक की मौत हो गई थी. वहीं जमुई, खगड़िया, शेखपुरा में एक भी कोरोना मरीज नहीं है. हालांकि लखीसराय में एक मरीज पाया गया था.
4. भागलपुर प्रमंडल – भागलपुर में एक मरीज संक्रमित है, लेकिन बांका में एक भी नहीं.
5. तिरहुत प्रमंडल – मुख्यालय मुजफ्फरपुर है और इसके अंतर्गत आने वाले पूर्वी चंपारण, पश्चिमी चंपारण, शिवहर, सीतामढ़ी, वैशाली(हाजीपुर) में एक भी कोरोना का मरीज नहीं पाया गया है.
6. सारण प्रमंडल – सारण प्रमंडल फिलहाल सबसे अधिक प्रभावित है और इसके तीन जिलों में सीवान में 29, गोपालगंज में तीन और सारण में एक मरीज कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं.
7. दरभंगा प्रमंडल – दरभंगा में इसके अंतर्गत चार जिलों दरभंगा, मधुबनी, समस्तीपुर में कोरोना का एक भी मरीज नहीं है, लेकिन बेगूसराय में 9 मरीज पाए जा चुके हैं.
8. कोसी प्रमंडल – इसका मुख्यालय सहरसा में है इसके अंतर्गत तीन जिले-सहरसा, मधेपुरा, और सुपौल में एक भी मरीज नहीं है.
9.पूर्णिया प्रमंडल – पूर्णिया के अररिया, कटिहार, किशनगंज और पूर्णिया में एक भी कोरोना पॉजिटिव नहीं है