बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पूरे बिहार में शराबबंदी लागू कर रखे हैं और लोगों को शराब को लेकर जागरुक भी कर रहे हैं.. लेकिन अब उनके पार्टी के बड़े नेता ही उनके इस अभियान को पलीता लगाने में जुटे हैं.. हालत ये है कि जेडीयू के बड़े नेता ही शराब के नशे में गिरफ्तार किए गए हैं.. गिरफ्तारी के बाद पुलिसकर्मियों को जदयू नेता ने सत्ता की धौंस भी दिखाई.
यूपी से आ रहे थे
बताया जा रहा है कि जेडीयू के जिस बड़े नेता को नशे की हालत में पुलिस ने गिरफ्तार किया है.. वो शराब पीने यूपी गए थे और वहां से शराब पीकर लौट रहे थे.. तभी रास्ते में एंटी लीकर टास्क फोर्स (LTF) ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया. फिर उनका ब्रेथ एनालाइजर मशीन से जांच की गई.. जिसमें शराब की पुष्टि हुई..
पहले जेल फिर बेल
गिरफ्तारी के बाद जेडीयू के प्रदेश महासचिव को जेल भेज दिया गया.. हालांकि बाद में जब उन्होंने कोर्ट में जमानत याचिका लगाई तो अदालत ने बेल दिया.. लेकिन जुर्माना भरना पड़ा..
क्यों मिली बेल
जेडीयू नेता को इसलिए तुरंत बेल मिल गई क्योंकि वो पहली बार शराब पीते पकड़े गए थे.. और शराबबंदी के नए कानून के मुताबिक पहली शराब पीकर पकड़े जाने पर जुर्माने का प्रावधान है ।
कौन है जेडीयू नेता
शराब के नशे में पुलिस ने जिस जेडीयू नेता को गिरफ्तार किया है.. वो जेडीयू के पूर्व जिलाध्यक्ष हैं और वर्तमान में प्रदेश महासचिव हैं.. उनका नाम संजय चौहान है और वो गोपालगंज के रहने वाले हैं.. बिहार सरकार के मद्य निषेध विभाग के मंत्री सुनील कुमार इसी जिले से आते हैं और संजय चौहान गोपालगंज के जेडीयू के जिलाध्यक्ष रह चुके हैं.. ऐसे में पार्टी के ही बड़े नेता शराबबंदी कानून का उल्लंघन करेंगे तो आम लोगों में इसका संदेश क्या जाएगा, आप सहज ही अंदाजा लगा सकते हैं.