
कोरोना संकट के दौरान बिहार में विधानसभा चुनाव को लेकर सियासत गरमाई हुई है. विपक्ष कोरोना संकट के बाद चुनाव चाहता है. तो वहीं, सत्ताधारी पार्टी जेडीयू और बीजेपी समय पर चुनाव कराने के पक्ष में हैं. हालांकि उनका एक सहयोगी एलजेपी भी अभी चुनाव नहीं चाहती है. ऐसे में अब चुनाव आयोग ने राजनीतिक दलों को चिट्ठी लिखकर चुनाव प्रचार के तरीकों को लेकर सुझाव और सलाह मांगा है।
Election Commission of India to hold a meeting with political parties from Bihar via video-conferencing today.
— ANI (@ANI) July 17, 2020
31 जुलाई तक दें सुझाव
31 जुलाई तक सभी राजनीतिक दलों को सुझाव व सलाह देने का निर्देश दिया है ताकि उसके आधार पर आयोग के द्वारा दिशा निर्देश जारी किया जा सके। चुनाव आयोग ने आगामी चुनावों के प्रचार को लेकर ‘राय और सुझाव’ मांगे हैं। आयोग ने राजनीतिक दलों से 31 जुलाई तक जवाब देने को कहा है।ताकि, महामारी के दौरान होने वाले चुनावों में राजनीतिक दलों और उम्मीदवारों द्वारा प्रचार किए जाने को लेकर जरूरी दिशानिर्देश तैयार किए जा सकें।
Election Commission of India (ECI) has sought suggestions from national and state political parties on election campaign and public meetings at the time of #COVID19 pandemic. The last date of sharing suggestions is July 31. pic.twitter.com/YwFmNmUpl7
— ANI (@ANI) July 17, 2020
विपक्ष ने भी चुनाव आयोग को लिखी चिट्ठी
उधर, बिहार की विपक्षी पार्टियों ने भी चुनाव आयोग को चिट्ठी लिखकर नाराजगी जताई है. विपक्ष का कहना है कि मौजूदा हालात में चुनाव कराना मतदाताओं की जान से खिलवाड़ करना है. साथ ही कहा कि लोगों को चुनाव आयोग से उम्मीद है कि सबको एक समान अवसर मिलेगा.. न कि सुपर स्प्रेडर इवेंट की तरह चुनाव हो जाएगा. चिट्टी पर कांग्रेस,आरजेडी,हम,आरएलएसपी और लोकतांत्रिक जनता दल के नेताओं के हस्ताक्षर थे
People expect the Commission to ensure and satisfy the people that the entire poll exercise does not become a super spreader event: Bihar opposition parties to Election Commission of India #COVID19 https://t.co/Fm4WgFXrMi
— ANI (@ANI) July 17, 2020