
बिहार विधानसभा चुनाव से पहले हर राजनीतिक दल अपनी सियासी बिछाने में जुट गई है. इसी के तहत आरजेडी नेता तेजस्वी यादव ने भूमिहार जाति के बड़े नेता को अपनी पार्टी में शामिल कराकर ललन सिंह की काट खोजने की कोशिश की है
श्री बाबू के परपोते ने थामा दामन
बिहार के प्रथम मुख्यमंत्री श्रीबाबू के प्रपौत्र अनिल कुमार सिन्हा ने राजद का दामन थामा लिया है। तेजस्वी यादव ने उन्हें पार्टी की सदस्यता दिलाई और प्रदेश की बड़ी जिम्मेवारी सौंपी। तेजस्वी यादव ने कहा कि राजद अच्छा काम करने वाले युवाओं को तरजीह देती है। ऐसे युवकों के आने से पार्टी मजबूत होगी। संगठन को बल मिलेगा।
भूमिहारों के सिरमौर रहे हैं श्रीबाबू
बिहार केसरी के नाम से मशहूर डॉ. श्री कृष्ण सिंह को भूमिहार जाति में बड़ा सम्मान हैं. भूमिहार जाति उन्हें अपना सिरमौर मानती आई है. ऐसे में उनके परपोते अनिल शंकर सिन्हा को आरजेडी में शामिल कराकर तेजस्वी यादव ने बड़ा मास्टरस्ट्रोक चला है .
महासचिव बनाए गए अनिल शंकर
आरजेडी ने अनिल शंकर सिन्हा को महासचिव नियुक्त किया है. साथ ही जगदानंद सिंह की टीम में उन्हें जगह दी है . आपको बता दें कि जगदानंद सिंह ने अपनी नई टीम का एलान कर दिया है . जिसमें 22 उपाध्यक्षों के अलावा 107 महासचिवों को भी नियुक्त किया गया है
श्रीबाबू का किया सम्मान
आरजेडी में शामिल होने पर अनिल शंकर सिन्हा ने बड़ा बयान दिया है. उनका कहना है कि तेजस्वी यादव ने श्रीबाबू के परिवार को सम्मान देने का काम किया है। बाकी लोगों ने केवल उनके नाम का फायदा लिया है। साथ ही कहा कि पार्टी ने उन्हें बड़ी जिम्मेवारी दी है. जिसपर वो खरा उतरने की कोशिश करेंगे। यहां पर ये बता दें कि अनिल शंकर सिन्हा साल 2015 में बरबीघा विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ चुके हैं
तेजस्वी यादव ने क्या कहा
आरजेडी नेता तेजस्वी यादव ने कहा कि राजद अच्छे काम करने वाले युवाओं को हमेशा प्रोत्साहित करती है। युवाओं को पार्टी में जगह दी जा रही है। उन्होंने कहा कि राजनीति में आज युवाओं की जरूरत है। अनिल शंकर के राजद में शामिल होने से पार्टी मजबूत होगी। वहीं, जगदानंद सिंह ने कहा कि 2020 में हमलोग संविधान बचाने के लिए लड़ाई लड़ेंगे।