
बिहारशरीफ डीएम दफ्तर में उस समय अफरातफरी मच गई जब सरेआम हरनौत के बीडीओ की पिटाई कर दी गई। जख्मी बीडीओ देवेंद्र कुमार को इलाज के लिए बिहारशरीफ अस्पताल में भर्ती कराया गया। जहां से प्राथमिक इलाज के बाद उन्हें छुट्टी दे गई । कहा जा रहा है कि अगर समय रहते डीएम साहब के बॉडीगार्ड मौके पर नहीं पहुंचते तो मामला बढ़ सकता था। हरनौत के बीडीओ देवेंद्र कुमार आरोपी आवास सहायक के खिलाफ बिहार थाना में मुकदमा दर्ज कराया है।
हरनौत के बीडीओ की पिटाई करने वाला कौन ?
हरनौत के बीडीओ देवेंद्र कुमार ऑफिशियल वर्क के सिलसिले में बिहारशरीफ आए थे। वे डीएम त्यागराजन से मिलने नालंदा कलेक्ट्रेट पहुंचे। डीएम साहब से मिलने के बाद जैसे ही उनके चैंबर से बाहर निकले। वैसे ही वहां पर मौजूद आवास सहायक शक्ति कुमार ने बीडीओ देवेंद्र कुमार पर हमला बोल दिया। प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक बीडीओ देवेंद्र कुमार जैसे ही डीएम साहब के चैंबर से निकले वैसे ही वहां मौजूद आवास सहायक शक्ति सिंह ने देवेंद्र कुमार पर हमला बोल दिया। आरोपी आवास सहायक ने पहले देवेंद्र कुमार का कॉलर पकड़ा और फिर घूसे बरसाने शुरू कर दिया। हंगामा होता देख आसपास के कर्मचारी और डीएम त्यागराजन के बॉडीगार्ड दौड़े। बॉडीगार्ड ने बीडीओ देवेंद्र कुमार को आरोपी आवास सहायक के चंगुल से छुड़ाया। उसके बाद आनन-फानन में बिहारशरीफ सदर अस्पताल ले जाया गया। जहां उनका प्राथमिक इलाज किया गया ।
बीडीओ की पिटाई के पीछे क्या है ?
हरनौत के बीडीओ देवेंद्र कुमार की पिटाई करने वाले आवास सहायक शक्ति कुमार का कहना है कि वो एक महीने की छुट्टी ली थी। लेकिन काम पर लौटने के बाद बीडीओ चार्ज नहीं दे रहे थे। बार-बार उन्हें टहला रहे थे। फिर उन्हें काम से हटाने के लिए झूठा आरोप लगाकर डीडीसी से शिकायत कर दी थी। शक्ति कुमार का ये भी कहना है कि बीडीओ देवेंद्र कुमार उन्हें नौकरी से हटाना चाहते हैं। नौकरी चले जाने पर उनके परिवार का क्या होगा और इसी तनाव में बीडीओ से कहासुनी हुई। हालांकि आरोपी आवास सहायक ने मारपीट की बात से इनकार किया। उसका कहना है कि दोनों के बीच कहासुनी हुई।
दोषी पर होगी कार्रवाई
हरनौत के बीडीओ देवेंद्र कुमार का कहना है कि आवास सहायक शक्ति कुमार अक्सर ड्यूटी से गायब रहते हैं। कई बार कहने के बाद भी सुधार नहीं हुआ। इसकी शिकायत उन्होंने डीडीसी से की थी। इसी खुन्नस में आरोपी ने उनपर हमला किया। पीड़ित बीडीओ ने आरोपी आवास सहायक के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की मांग की है। वहीं, इस मामले में नालंदा के डीएम डॉ. त्यागराजन एसएम ने कहना है कि इस तरह की हरकत बर्दाश्त नहीं की जायेगी। मामले की जांच के बाद दोषी के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जायेगी।