कोरोना के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने पूरे देश में 14 अप्रैल तक कर्फ्यू लगाने का एलान किया है । मंगलवार रात 8 बजे पीएम मोदी ने फिर देश की जनता को संबोधित किया. पीएम मोदी ने रात 12 बजे से पूरे देश में संपूर्ण लॉकडाउन का ऐलान किया है. पीएम मोदी ने कहा यह एक तरह का कर्फ्यू ही है जो जनता कर्फ्यू से ज्यादा सख्त होगा। उन्होंने कोरोना वायरस को रोकने के लिए लॉकडाउन को जरूरी बताया।
21 दिनों तक लॉकडाउन रहेगा पूरा देश
आज रात 12 बजे से पूरे देश में, संपूर्ण लॉकडाउन होने जा रहा है। हिंदुस्तान को बचाने के लिए, हिंदुस्तान के हर नागरिक को बचाने के लिए आज रात 12 बजे से, घरों से बाहर निकलने पर, पूरी तरह पाबंदी लगाई जा रही है। यह एक तरह का कर्फ्यू ही है। देश के हर राज्य को, हर केंद्र शासित प्रदेश को, हर जिले, हर गांव, हर कस्बे, हर गली-मोहल्ले को अब लॉकडाउन किया जा रहा है।
Lockdown of 21 days is a long time, but this is important for you and your family's safety. I believe that every Indian will not only successfully tackle this challenge but also emerge victorious in this time of crisis: PM Modi #COVID19 pic.twitter.com/uYJEfnrjfS
— ANI (@ANI) March 24, 2020
सोशल डिस्टेंसिंग ही एकमात्र विकल्प
प्रधानमंत्री ने कहा कि कुछ लोग इस गलतफहमी में हैं कि सोशल डिस्टेंसिंग (सामाजिक दूरी) केवल बीमार लोगों के लिए आवश्यक है। ये सोचना सही नहीं। सोशल डिस्टेंसिंग हर नागरिक के लिए है, हर परिवार के लिए है, परिवार के हर सदस्य के लिए है। कुछ लोगों की लापरवाही, कुछ लोगों की गलत सोच, आपको, आपके बच्चों को, आपके माता पिता को, आपके परिवार को, आपके दोस्तों को, पूरे देश को बहुत बड़ी मुश्किल में झोंक देगी।
Pray for people who are working to sanitise your society & neigbourhoods, roads&public places to ensure complete eradication of the virus. You must also think about the media persons who are working 24 hours, by staying on roads & going to hospitals, to give you correct info: PM https://t.co/Hv0NVigcPv
— ANI (@ANI) March 24, 2020
देश को उठानी पड़ेगी आर्थिक कीमत
उन्होंने कहा कि निश्चित तौर पर इस लॉकडाउन की एक आर्थिक कीमत देश को उठानी पड़ेगी। लेकिन एक-एक भारतीय के जीवन को बचाना इस समय मेरी, भारत सरकार की, देश की हर राज्य सरकार की, हर स्थानीय निकाय की, सबसे बड़ी प्राथमिकता है। इसलिए मेरी आपसे प्रार्थना है कि आप इस समय देश में जहां भी हैं, वहीं रहें।
आने वाले 21 दिन हैं बहुत महत्वपूर्ण
प्रधानमंत्री ने कहा कि आने वाले 21 दिन हमारे लिए बहुत महत्वपूर्ण हैं। स्वास्थ्य विशेषज्ञों की मानें तो, कोरोना वायरस की संक्रमण सायकिल तोड़ने के लिए कम से कम 21 दिन का समय बहुत अहम हैं। साथियों, आज के फैसले ने देशव्यापी लॉकडाउन ने आपके घर के दरवाजे पर एक लक्ष्मण रेखा खींच दी है।
UPDATE: All essential services to continue and remain functional. List of essential services remains unchanged since the March 22nd 'Janta Curfew' #Coronavirus https://t.co/d8YYCNjIvo
— ANI (@ANI) March 24, 2020
ऐहतियात बरतिए, अपने घरों में रहिए
प्रधानमंत्री ने कहा कि आपको ये याद रखना है कि कई बार कोरोना से संक्रमित व्यक्ति शुरुआत में बिल्कुल स्वस्थ लगता है, वो संक्रमित है इसका पता ही नहीं चलता। इसलिए ऐहतियात बरतिए, अपने घरों में रहिए। घर में रहें, घर में रहें और एक ही काम करें कि अपने घर में रहें।
ये धैर्य और अनुशासन की घड़ी है
प्रधानमंत्री ने कहा कि साथियों, ये धैर्य और अनुशासन की घड़ी है। जब तक देश में लॉकडाउन की स्थिति है, हमें अपना संकल्प निभाना है, अपना वचन निभाना है। भारत आज उस स्टेज पर है जहां हमारे आज के एक्शन तय करेंगे कि इस बड़ी आपदा के प्रभाव को हम कितना कम कर सकते हैं। ये समय हमारे संकल्प को बार-बार मजबूत करने का है।
पीएम ने बताया कैसे फैलती गई महामारी
सोचिए, पहले एक लाख लोग संक्रमित होने में 67 दिन लगे और फिर इसे 2 लाख लोगों तक पहुंचने में सिर्फ 11 दिन लगे। ये और भी भयावह है कि दो लाख संक्रमित लोगों से तीन लाख लोगों तक ये बीमारी पहुंचने में सिर्फ चार दिन लगे। आपको ये याद रखना है कि कई बार कोरोना से संक्रमित व्यक्ति शुरुआत में बिल्कुल स्वस्थ लगता है, वो संक्रमित है इसका पता ही नहीं चलता। इसलिए ऐहतियात बरतिए, अपने घरों में रहिए।
कोरोना से लड़ने के लिए 15 हजार करोड़ आवंटित
कोरोना के मरीजों के इलाज के लिए और देश के स्वास्थ्य सेवा को और मजबूत बनाने के लिए केंद्र सरकार ने 15 हजार करोड़ रुपये का प्रावधान किया है। प्रधानमंत्री ने राष्ट्र के नाम संबोधन के दौरान दो बार हाथ जोड़कर अपील की और कहा कि कोरोना वैश्विक महामारी से बनी स्थितियों के बीच, केंद्र और देशभर की राज्य सरकारें तेजी से काम कर रही है।
डॉक्टर्स, नर्सेस, पैरा-मेडिकल स्टाफ, पैथोलॉजिस्ट के बारे में सोचिए
अपने संबोधन में प्रधानमंत्री ने कहा कि उन डॉक्टर्स, उन नर्सेस, पैरा-मेडिकल स्टाफ, पैथोलॉजिस्ट के बारे में सोचिए, जो इस महामारी से एक-एक जीवन को बचाने के लिए, दिन रात अस्पताल में काम कर रहे हैं। उन लोगों के लिए प्रार्थना करिए जो आपकी सोसायटी, आपके मोहल्लों, आपकी सड़कों, सार्वजनिक स्थानों को सैनिटाइज करने के काम में जुटे हैं, जिससे इस वायरस का नामो-निशान न रहे।