अभी एक बुरी खबर आ रही है कोरोना से दो और लोगों की मौत हो गई है। मरने वालों में एक नालंदा के जेडीयू नेता हैं तो वहीं, दूसरे पुलिस इंस्पेक्टर हैं । दोनों की मौत कोरोना की वजह से हुई है ।
नालंदा के जेडीयू नेता की मौत
कोरोना की दूसरी लहर बिहारवासियों के लिए बेहद खतरनाक साबित हो रही है। नालंदा में कोरोना से मरने वालों का आंकड़ा बढ़ता जा रहा है । नालंदा जिला में कोरोना से जेडीयू नेता की मौत हो गई है। वे हरनौत प्रखण्ड के नेहुसा गांव के रहने वाले थे और उनका इलाज पटना में चल रहा था ।
पुलिस इंस्पेक्टर ने भी तोड़ा दम
वहीं एक पुलिस इंस्पेक्टर राकेश कुमार की कोरोना की वजह से मौत हो गई है । राकेश कुमार CID में इंस्पेक्टर के पद पर तैनात थे। वे 2009 बैच के अधिकारी थे।
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कई और अफसर की हालत चिंताजनक
वहीं, गृह विभाग के प्रधान सचिव चैतन्य प्रसाद भी कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं। ये 1990 बैच के IAS अधिकारी हैं। उन्हें पटना AIIMS में भर्ती कराया गया है। वित्त विभाग के प्रधान सचिव एस सिद्धार्थ भी संक्रमित हैं। कोरोना संक्रमित पूर्व मध्य रेल, मुख्यालय, हाजीपुर के वरिष्ठ लेखा परीक्षक राजेश सिन्हा की हालत गंभीर बनी हुई है। पूर्व मध्य रेल, समस्तीपुर के वरिष्ठ मण्डल लेखा परीक्षा दीपक कुमार की भी हालत नाजुक है। वे समस्तीपुर रेल मंडल अस्पताल में भर्ती हैं। PMCH के प्रिंसिपल विद्यापति चौधरी भी कोरोना पॉजिटिव हो गए हैं। इससे PMCH के भीतर स्वास्थ्यकर्मियों में हड़कंप मचा हुआ है। स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव प्रत्यय अमृत समेत कई अधिकारी सोमवार को उनके संपर्क में आए थे।
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कोरोना से भयावह होती स्थिति
कोरोना संक्रमितों की बढ़ती संख्या से स्थिति भयावह होती जा रही है। पटना जिले में तो सारे सरकारी अस्पतालों के बेड फुल हो गए हैं। जिले के अंदर अस्पतालों में 1092 बेड हैं, जिसमें 832 फुल हैं। इनमें सरकारी अस्पतालों के 359 में से सभी बेड भर गए हैं। निजी अस्पतालों में 733 बेड हैं, जिनमें 473 फुल हैं और अब मात्र 260 खाली हैं। पटना स्थित AIMS, PMCH और NMCH में बेड की संख्या बढ़ाई जा रही है। इसके अतिरिक्त 10 आइसोलेशन सेंटर हैं, जिनकी क्षमता 775 है। इनमें अभी 55 लोग रह रहे हैं।