करोड़ों की ठगी करने वाला महाठग गिरफ्तार, 5000 लोगों को लगा चुका था चूना

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पांच हजार से ज्यादा लोगों को चूना लगाने वाले महाठग को अरुणाचल प्रदेश की पुलिस ने गिरफ्तार किया है । गिरफ्तार महाठग नालंदा जिला का रहने वाला है । उसे पटना से गिरफ्तार किया गया है । पुलिस के मुताबिक महाठग अपना नाम बदलकर पटना में रह रहा था। जिसे गिरफ्तार किया है । उसपर 17 करोड़ से ज्यादा रुपए की जालसाजी का आरोप है । खास बात ये है कि इसके पिता पर भी ठगी का आरोप है

क्या है मामला
अरुणाचल प्रदेश की पुलिस अचानक पटना के रूपसपुर थाना स्थित एक कार शोरूम में पहुंची। जहां से पुलिस ने जालसाज ब्रज किशोर चौधरी उर्फ चिंटू उर्फ संतोष को गिरफ्तार किया गया. ब्रजकिशोर चौधरी पर अरुणाचल प्रदेश में 5 हजार से ज्यादा लोगों से ठगी करने का आरोप है । बाद में अरुणाचल प्रदेश पुलिस ने उसे ट्रांजिट रिमांड पर लेकर ईटानगर चली गयी.

कौन है ब्रजकिशोर चौधरी
गिरफ्तार जालसाज ब्रज किशोर चौधरी नालंदा जिले का रहने वाला है। उसका पैतृक आवास थरथरी थाना के कचहरिया गांव में है । वो अपना नाम बदल कर पटना के राजा बाजार में रह रहा था. महाठग ब्रज किशोर पर आरोप है कि वो फर्जी तरीके पांच हजार से अधिक लोगों का रुपये लेकर फरार हो गया था.

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महाठग बनने की कहानी
ब्रज किशोर के पिता कौशलेंद्र चौधरी उर्फ कौशलेंद्र महतो शिक्षक और पैक्स अध्यक्ष थे। उनकी मौत 22 साल पहले हुई थी। इसके बाद उनकी पत्नी शांति देवी साल 2009 तक पैक्स अध्यक्ष रहीं। साल 2009 में हुए पैक्स चुनाव में शांति देवी हार गईं। इसके बाद वह गांव छोड़कर स्थायी तौर पर बिहारशरीफ में रहने लगीं। कचहरिया गांव में उनके घर और खेती की देखभाल पैक्स प्रबंधक श्रीकांत गोविंद करते आ रहे हैं। गोविंद शांति देवी एवं कौशलेंद्र चौधरी के समय से ही पैक्स प्रबंधक बने हुए हैं।

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पिता पर भी ठगी का आरोप
गांव वाले बताते हैं कि आरोपित ब्रज किशोर उर्फ पिंटू के पिता कौशलेंद्र चौधरी की मौत शिक्षक रहने के दौरान हो गई थी। बाद में उसे शिक्षक की नौकरी अनुकंपा पर मिली थी। कौशलेंद्र के पिता बासो चौधरी भी शिक्षक थे। सेवानिवृति से पहले उनकी भी मौत हो गई थी। इस आधार पर कौशलेन्द्र को भी अनुकंपा पर शिक्षक की नौकरी मिली थी। आरोपित चौधरी ब्रज किशोर के पिता भी महत्वाकांक्षी थे। अनुकंपा पर नौकरी मिलने के बाद वे बिहारशरीफ चले गए। जिला उद्योग केंद्र से सिलाई कढ़ाई केंद्र खोलने के नाम पर प्लॉट लेकर उसमें घर बना लिए। दिखावे के लिए सिलाई सेंटर खोला जो अब बंद रहता है।

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गांववालों का क्या है कहना
गांव वालों ने बताया कि ब्रज किशोर उर्फ पिंटू उर्फ संतोष ने स्थानीय कई लोगों से भी रकम दोगुना करने के नाम पर ठगी कर रखी है। जब जमाकर्ताओं का दबाव बढ़ा तो उसने बिहारशरीफ में रहना छोड़ दिया था। जिला उद्योग केंद्र में लोहे का ग्रिल बनाने वाली एक कम्पनी के निदेशक ने बताया कि ब्रजकिशोर उर्फ पिंटू जब सात- आठ साल का था तो उसके पिता की मौत हो गयी थी। बताया कि पिंटू के पिता कौशलेंद्र आदतन शराबी थे।

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कैसे की 17 करोड़ की ठगी
अरुणाचल प्रदेश पुलिस के मुताबिक ब्रज किशोर चौधरी ने चार लोगों के साथ मिलकर एक कंपनी खोला था। कंपनी का ब्रांच बिहार, पश्चिम बंगाल, असम, कर्नाटक समेत कई राज्यों में खोला गया था. जिसमें वो चेन बनाकर लोगों का पैसा दोगुना करने के नाम पर लोगों को चूना लगाता था । इस कंपनी में पश्चिम बंगाल के दीपक कार उर्फ बीके शमार, असम के सिल्चर निवासी राजू दत्ता, बंगलौर के नीसित पार्टनर थे

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