शेखपुरा के बाल सुधार गृह से 9 बाल कैदी फरार हो गए हैं। बाल कैदियों के लिए मटोखरदह में प्लेस ऑफ सेफ्टी यान सुरक्षित स्थान बनाया गया था। लेकिन बाल कैदियों ने सुरक्षित स्थान के नाम पर ही सवालिया निशान खड़ा कर दिया है। बताया जा रहा है कि सोमवार की रात को ही 9 बाल कैदी प्लेस ऑफ सेफ्टी से फरार हो गए। मंगलवार की सुबह जब प्रशासन को इसकी खबर मिली तो हड़कंप मच गया । बाल कैदियों की गिरफ्तारी के लिए पूरे राज्य में पुलिस को अलर्ट कर दिया गया है। आपको बता दें कि शेखपुरा के प्लेस ऑफ सेफ्टी में पूरे राज्य के 16 से 18 साल के वैसे कैदियों को रखा जाता है जो जघन्य मामले में शामिल हों। यहां अलग-अलग जिलों के 16 कैदी कई महीनों से रह रहे थे। सूबे का ये एकलौता प्लेस ऑफ सेफ्टी है।
चादर के सहारे दीवार फांदकर भागे
अबतक की जांच में ये बात सामने आई है कि सभी 9 बाल कैदी चादर के सहारे दीवार फांदकर फरार हुए हैं । इस मामले में चौकीदार अशोक कुमार की भूमिका संदिग्ध है, जिसे हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है। घटना की सूचना मिलते ही शेखपुरा के डीएम योगेन्द्र सिंह और एसपी दयाशंकर के अलावा कई सीनियर अधिकारी प्लेस ऑफ सेफ्टी पहुंचे। डीएम ने सुरक्षा कर्मियों की भूमिका की जांच का आदेश जिला कल्याण पदाधिकारी को दिया है। तो वहीं एसपी ने नौ फरार कैदियों को पकड़ने के लिए एसआईटी का गठन किया है ।
छपरा का मुन्ना है मास्टरमाइंड
छपरा के मुन्ना कुमार को इस मामले का मास्टरमाइंड बताया जा रहा है। बताया जा रहा है कि भागने वाले सभी नौ कैदी वारदात की रात वार्ड की जगह प्लेस ऑफ सेफ्टी के बरामदे में सोए थे।भागने वाले 9 कैदियों में छपरा के चार, गया के एक, बक्सर के दो, आरा के एक और सिवान के एक कैदी शामिल हैं। ये सभी हत्या, लूट और आर्म्स एक्ट के मामले में आरोपी थे।