बिहार जातीय जनगणना के मुद्दे पर तेजस्वी यादव लगातार मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर हमलावर थे । शायद ही कोई दिन ऐसा गुजरता होगा जिस दिन तेजस्वी यादव जातीय जनगणना को लेकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की नीयत पर सवाल ना उठाया हो। ऐसे में नीतीश कुमार ने भी अपनी चुप्पी तोड़ी है और तेजस्वी यादव को इस मसले पर करारा जवाब दिया है ।
मुख्यमंत्री ने क्या कहा
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि हम राज्य में जाति जनगणना करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। हम सभी के विचारों, उनके अनुभव को लेने के लिए एक सर्वदलीय बैठक आयोजित करना चाहते हैं। बैठक में यह तय करने पर विचार किया जाएगा कि इसे कैसे आगे बढ़ाया जाए। इससे सभी को फायदा होगा। हम इसे जल्द ही शुरू करेंगे और यह भी सुनिश्चित करेंगे कि इसे ठीक से लागू किया जाए।
We are committed to do a caste census in the state. We want to hold an all-party meeting to take everyone's ideas, their experience as to how to do it. It will benefit everyone. We will start it soon and will also ensure it is implemented properly: Bihar CM Nitish Kumar pic.twitter.com/bm3tuSsocA
— ANI (@ANI) February 21, 2022
तेजस्वी ने उठाए थे सवाल
बिहार के नेता प्रतिपक्ष और लालू यादव के बेटे तेजस्वी प्रसाद यादव ने जातीय जनगणना के मुद्दे पर नीतीश कुमार की नीयत पर सवाल उठाया था । उन्होंने कहा था कि इस मुद्दे पर नीतीश कुमार की नीयत ठीक नहीं है। तेजस्वी यादव ने कहा था कि कर्नाटक और केरल अपने खर्चे पर जातीय जनगणना करवा चुके हैं। यह सही समय पर हो जाए, तो आम आदमी को फायदा पहुंचेगा।
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तेजस्वी ने क्या कहा था
तेजस्वी यादव ने कहा था कि कर्नाटक और केरल जैसे राज्यों ने अपने खर्च पर जातीय जनगणना करायी है। अगर यह सही समय पर हो जाता तो इससे.आम लोगों को फायदा होता। झोपड़ी मे रहने वाले और छोटे काम करने वालों को भी इससे सम्मान मिलता। लेकिन मुख्यमंत्री विधानमंडल के प्रस्ताव का भी सम्मान नहीं कर पा रहे हैं, जबकि विधानमंडल ही सर्वोपरि होता है। अगर हमारी सरकार होती तो बिना सत्ता के मोह के अपने खर्च पर जातीय जनगणना करवाते और गरीबों वंचितों को उसका हक और अधिकार देने का काम करते। उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार विशेष राज्य के दर्जे की मांग किस से कर रहे हैं जबकि वह केंद्र और राज्य दोनों जगह सत्ता में हैं। संसद में इनके ही लोग कहते हैं कि बिहार सरकार खर्च ही नहीं करती है जिस कारण बिहार.में विकास नहीं हो रहा है। इस पर नीतीश कुमार जी चुप्पी क्यों साधे हुए हैं।
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बीजेपी-जेडीयू में एकराय नहीं
आपको बता दें कि जातीय जनगणना के मुद्दे पर बिहार एनडीए में एकराय नहीं है । बीजेपी देश में जातीय जनगणना के खिलाफ है तो मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में जेडीयू इसकी मांग कर रहा है। आरजेडी भी राज्य में जातीय जनगणना की मांग लंबे समय से करती रही है। ऐसे में बिहार में बीजेपी को छोड़कर सत्ताधारी पार्टी और विपक्ष की सभी पार्टियां जातीय जनगणना कराना चाहती है।