बिहार में बढ़ती अपराध की घटना को लेकर सूबे के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी चिंता जता चुके हैं. बिहार पुलिस के मुखिया गुप्तेश्वर पांडेय लगातार अलग-अलग थानों में जाकर औचक निरीक्षण कर रहे हैं. ताकि सूबे में पुलिस की कार्यशैली में सुधार हो. लेकिन जब पुलिसवाले ही अपराधियों से अपहरण कराएं तो सूबे में कैसे अपराध की वारदात पर लगाम लग सकता है. इसी सिलसिले में एक सनसनीखेज खुलासा हुआ है. जिसमें पुलिसवाले ही बदमाशों से मिलकर अपहरण की वारदात को अंजाम दिलाते हैं और बदले में फिरौती के तौर पर मोटी रकम वसूलते हैं .
क्या है पूरा मामला
मामला बिहार के वैशाली जिले की है . जहां पुलिसकर्मियों और अपराधियों के बीच साठगांठ से चल रहे अपहरण (Kidnapping) मामले का बड़ा खुलासा हुआ है. खुलासे के बाद पुलिस महकमा में हड़कंप मचा है.
कैसे हुआ खुलासा
दरअसल, वैशाली जिला के सदर थाना में खुशबू नाम की एक महिला ने शिकायत दर्ज करायी की उसके पति शिवपूजन का अपहरण हुआ है. बदमाशों ने 1 लाख की फिरौती मांगी गई है. महिला ने दो बदमाशों मोनू और अनिल का नाम बताया. जिसके बाद पुलिस ने महिला के फोन डिटेल्स खंगाले .
पैंथर्स मोबाइल के जवान ही निकले अपहरणकर्ता
इसी दौरान पुलिस को सूचना मिली की पैंथर्स मोबाइल के सिपाही अनिल मांझी के साथ कुछ लोगों ने मारपीट की है और उसका सरकारी पिस्तौल छीन लिया है . जिसके बाद पुलिस ने उस जगह पर जाकर छापेमारी की. तो पुलिस को एक मोबाइल फोन मिला जो अगवा शिवपूजन का निकला
अब पुलिस को कनेक्शन समझ में आने लगा
घटनास्थल से शिवपूजन का फोन मिलने के बाद पुलिस को सिपाही से मारपीट और अगवा मामले में कनेक्शन के तार जुटने लगे. फिर तो पुलिस ने अपने ही सिपाही के खिलाफ थर्ड डिग्री का इस्तेमाल किया.
आरोपी सिपाही ने खोला राज
पुलिस के थर्ड डिग्री से सिपाही अनिल मांझी टूट गया और उसने सारा राज उगल दिया. उसने बताया कि बदमाशों के साथ मिलकर उसने अपहरण की साजिश रची थी. जिसमें मोबाइल पैंथर्स के दो और जवान अनिल पांडेय और हिंमाशु राज राज शामिल था. साथ ही होमगार्ड के जवान मोनु कुमार भी इसमें शामिल था.
अगवा शिवपूजन बरामद हुआ
आरोपी सिपाही अनिल मांझी ने बताया कि शिवपूजन को अगवा कर बदमाश सुजीत कुमार उर्झ संटू के घर पर रखा गया है . जहां सभी ने शराब भी पी है. जिसके बाद पुलिस ने छापेमारी कर अगवा शिवपूजन को बरामद कर लिया
पिस्तौल छिनने का अफवाह फैलाया
इतना ही नहीं आरोपी सिपाही अनिल मांझी ने पुलिस को बरगलाने के लिए पिस्तौल छिनने का अफवाह फैलाया. उसने बताया कि वो बदमाश संटू के घर पर शराब पी थी. उसके बाद जब वो लौटने लगा तो नशे में कुछ लोगों से कहासुनी हो गई. जिसके बाद लोगों ने नशे की हालत में सिपाही को देखकर पिटाई कर दी. बात छुपाने के लिए उसने पिस्तौल लूट की कहानी गढ़ दी.
सभी पुलिसवाले सस्पेंड
वैशाली के एसपी ने तत्काल प्रभाव से पैंथर्स मोबाइल के तीनों आरोपी सिपाही अनिल मांझी, अनिल पांडेय और हिमांशु राज को सस्पेंड कर दिया. साथ ही होमगार्ड के जवान मोनू कुमार को भी निलंबित कर दिया . साथ ही चारों जवानों को जेल भेज दिया गया .
तीनों बदमाश भी गिरफ्तार
साथ ही त्वरित कार्रवाई करते हुए पुलिस ने तीन बदमाशों को भी धर दबोचा. वैशाली पुलिस ने जिन तीन जवानों को गिरफ्तार किया है । उसमें सुजीत कुमार उर्फ संटू, अमित सिन्हा और नीरज कुमार कुमार शामिल है. तीनों को उसी के घर से गिरफ्तार किया गया है .