
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की पार्टी का एक छात्र नेता पिछले चार दिनों से लापता है। लेकिन अब तक पुलिस के हाथ खाली हैं। मंगलवार से हरनौत के खरुआरा का रहने वाला राकेश कुमार गायब है । लेकिन अब तक उसका कोई सुराग नहीं मिला है। राकेश कुमार के अपहरण के खिलाफ शुक्रवार को लोगों का गुस्सा फूट पड़ा। गुस्साए लोगों ने सड़क जाम किया और आगजनी की। जिसकी वजह दक्षिण बिहार की लाइफ लाइन कही जाने वाली एनएच -31 घंटों जाम रहा।
हरनौत-चंडी मोड़ पर हंगामा
छात्र जेडीयू के प्रदेश महासचिव राकेश कुमार की बरामदगी को लेकर बड़ी संख्या में लोगों ने हरनौत के चंडी मोड़ के पास जाम लगा दिया औऱ आगजनी की। जाम की वजह से कई किलोमीटर लंबी जाम लग गई। जाम को हटाने पहुंची पुलिस और प्रदर्शनकारियों की नोकझोंक भी हुई। साथ ही बड़ी संख्या में परीक्षार्थी भी जाम में फंसे रहे। कई लोग पैदल चलकर बिहारशरीफ पहुंचे। छात्र नेता राकेश कुमार के परिजनों का कहना है कि राकेश चार दिन से गायब है लेकिन पुलिस अब तक उसकी तलाश नहीं कर पाई है ।
अपहरण के पीछे प्रेम-प्रसंग !
छात्र नेता राकेश कुमार के अपहरण के पीछे प्रेम प्रसंग की आशंका जताई जा रही है। पुलिस ने वारदात के पीछे प्रेम प्रसंग की आशंका जताई है। पुलिस का कहना है कि राकेश के परिजनों ने मनीष कुमार, उसके भाई चंदन कुमार और दिवाकर कुमार के खिलाफ एफआईआर करायी गयी है। डिहरा के दीपक को पकड़ा गया था, पर उसके खिलाफ कोई साक्ष्य नहीं मिला, इसलिए छोड़ दिया गया। कई लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है। आरोपितों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस छापेमारी में जुटी है।
क्या है मामला
छात्र नेता राकेश कुमार मंगलवार को अपने घर खरुआरा से निकले। उन्होंने पीएनबी की शाखा से दो लाख रुपये निकाले। उसके बाद हरनौत बाजार के रहने वाला मनीष उन्हें बुलाने आया। दोनों बाइक पर सवार होकर डिहरा दीपक कुमार के घर गये। कुछ देर बाद दिवाकर भी वहां गया। उसके बाद से न तो राकेश का पता चल रहा है और न मनीष का। दोनों के मोबाइल भी बंद हैं। मनीष के भाई से पूछताछ की गयी तो वह टालमटोल करने लगा। उसके बाद से वह भी मोबाइल बंद कर गायब है। कुछ लोग हत्या की आशंका भी व्यक्त कर रहे थे।