
यूक्रेन में भीषण युद्ध जारी है। रूस की सेना यूक्रेन पर लगातार बमबारी कर रही है । रूसी तोप लगातार राजधानी कीव की ओर बढ़ते जा रहे हैं । पूरे यूक्रेन में आपातकाल लागू है और इसमें हजारों भारतीय मूल के लोग और छात्र फंसे हैं । जिसमें से एक बिहार के जेडीयू विधायक की बेटी भी शामिल है । जो यूक्रेन में मेडिकल की पढ़ाई करने गई थी । वो करीब दो महीने पहले ही यूक्रेन गई थी । अब घरवालों को उसकी सुरक्षा को लेकर टेंशन है ।
किस विधायक की बेटी फंसी
मुंगेर के तारापुर विधानसभा क्षेत्र के नवनिर्वाचित JDU विधायक राजीव कुमार सिंह की बड़ी बेटी रीमा सिंह यूक्रेन में फंस गई है। रीमा 5 जनवरी को यूक्रेन में मेडिकल पढ़ाई के लिए गई थी। MLA राजीव कुमार सिंह ने बताया कि उनकी बड़ी बेटी यूक्रेन में फंसी हुई है।
डॉक्टर बनना चाहती थी बेटी
रीमा एमबीबीएस फर्स्ट ईयर की छात्रा है और यूक्रेन के वुकोमोनिया विश्विविद्यालय में पढ़ाई कर रही है. विधायक राजीव सिंह ने कहा, ” मेरी बेटी रीमा डॉक्टर बनना चाहती है. इसलिए उसे पढ़ाई के लिए यूक्रेन भेजा था. लेकिन वहां युद्ध की शुरुआत हो गई है. इस बात से हम काफी सहम गए हैं. बेटी से वहां के हालात की जानकारी मिल रही है.
विधायक जी ने क्या कहा
जेडीयू विधायक ने कहा कि हमें पूर्ण विश्वास है भारत सरकार यूक्रेन में जितने भी भारतीय फंसे हैं, उनको सुरक्षित भारत लेकर आएगी.
बिहार के 24 बच्चे आज लौटेंगे
यूक्रेन में फंसे बिहार के बच्चों को सुरक्षित राज्य वापसी में केंद्र और राज्य सरकार जुट गई है। आज यूक्रेन से 24 बच्चे वापस बिहार लौटेंगे। सबसे पहले ये यूक्रेन से विशेष विमान से दिल्ली और मुंबई पहुंचेंगे। वहां से उन्हें अलग-अलग एयरलाइंस से पटना लाया जाएगा। CM नीतीश कुमार ने घोषणा की थी कि राज्य सरकार यूक्रेन से बिहार आने वाले लोगों का सम्पूर्ण किराया राज्य सरकार देगी। उन्होंने यह भी कहा कि है यूक्रेन में जारी वर्तमान संकट के मद्देनजर वहां फंसे बिहारवासियों को बिहार लाने के लिए राज्य सरकार पूरी तरह प्रतिबद्ध है। बिहार के स्थानिक आयुक्त को विदेश मंत्रालय के अफसरों से समन्वय कर कार्रवाई करने का निर्देश दिया गया है।
OSD रैंक के अधिकारी को दी गई है जिम्मेदारी
बिहार में बनाए गए कंट्रोल रूप में OSD रैंक के अधिकारी को नोडल पदाधिकारी बनाया गया है। इसके अलावा इसमें तीन स्पेशल अधिकारी के साथ SDRF और NDRF को भी शामिल किया गया है। ये 24 घंटे कंट्रोल रूम में तैनात हैं। ये टीम लगातार विदेश मंत्रालय और बिहार भवन के संपर्क में है।