नालंदा जिला में कोरोना का कहर जारी है । नालंदा जिला में कोरोना संक्रमण की वजह से पिछले 48 घंटे में शिक्षक और कारोबारी समेत चार लोगों की मौत हो गई है । लेकिन इसके बावजूद लोग संभलने का नाम नहीं ले रहे हैं।
शिक्षक की मौत
हरनौत प्रखंड के सरथा मध्य विद्यालय के शिक्षक सुधांशु कुमार की कोरोना से मौत हो गई है। वे पावापुरी के विम्स में भर्ती थे। सूत्रों के मुताबिक सुधांशु लगभग 10 दिन पहले अपने दोस्तों के साथ आगरा घूमने गए थे। वहां आने के बाद उनकी तबियत खराब हुई थी। अन्य तीन लोग भी कोरोना पॉजिटिव हैं।
व्यवसायी की मौत
नगरनौसा प्रखंड के रामपुर पंचायत के केवई गांव के रहने वाले सुखदेव प्रसाद के बेटे नीरज कुमार की कोरोना से मौत हो गई। नीरज कुमार की तबीयत खराब होने के बादर परिजनों ने चंडी के एक निजी क्लिनिक में भर्ती कराया गया था। तबीयत में सुधार नहीं होने पर पटना के पीएमसीएच में भर्ती कराया गया। वहां भी स्वास्थ्य में सुधार नहीं होने पर पटना के निजी हॉस्पिटल में ले जाया गया। जहां उनकी मौत हो गई।
सीमेंट कारोबारी की मौत
एकंगरसराय प्रखंड के सुंडी बिगहा गांव के रहने वाले सीमेंट कारोबारी बालमुकुंद प्रसाद की कोरोना से मौत हो गई है। वे इलाज के लिए पटना एम्स में भर्ती थे। वे पिछले 10 दिनों से बीमार थे। कोरोना टेस्ट कराया गया जिसमें पॉजिटिव रिपोर्ट आई। पॉजिटिव रिपोर्ट आने पर चार दिन पहले एम्स में इलाज के लिए भर्ती कराया गया था। लेकिन तबीयत में सुधार नहीं हुई और गुरुवार को उनकी मौत हो गई। उनकी पत्नी भी पॉजिटिव हैं और उनका इलाज भी पटना में ही चल रहा है।
नूरसराय की महिला की मौत
नूरसराय प्रखंड के दयानगर की रहने वाली 46 साल की निर्मला देवी की कोरोना की वजह से मौत हो गई है। 8 अप्रैल को निर्मला देवी की तबीयत अचानक खराब हुई थी। इसके बाद इलाज के लिए विम्स ले जाया गया। वहां सबसे पहले कोरोना टेस्ट किया गया जिसमें रिपोर्ट पॉजिटिव आई। स्थिति में सुधार नहीं होने के बाद 10 अप्रैल को संक्रमित महिला को पटना रेफर कर दिया गया। पटना के निजी क्लिनिक में भर्ती कराया गया लेकिन वहां से भी 14 अप्रैल को पीएमसीएच रेफर कर दिया गया। जहां उनका निधन हो गया
दूसरा लहर जानलेवा
नालंदा जिला में दूसरा लहर कितना जानलेवा साबित हो रहा इसका अंदाजा आप ऐसे लगा सकते हैं कि दूसरी लहर में अब तक 14 लोगों की कोरोना से मौत हो गई है ।