नालंदा जिला से इस वक्त एक बड़ी खबर आ रही है। नालंदा में गेटमैन की सुझबूझ की वजह से एक बड़ा रेल हादसा टल गया। नहीं तो सैंकड़ों लोगों की जान जा सकती थी।
क्या है पूरा मामला
मामला राजगीर-बख्तियारपुर रेलखंड पर स्थित पावापुरी रेलवे हॉल्ट के पास की है। जहां गेटमैन की सक्रियता से बड़ा रेल हादसा होने से टल गया।
क्या हुआ था
दरअसल, पावापुरी रेलवे हॉल्ट के पास पटरी को जोड़ने वाली कलैम्प खुली थी। गेटमैन नीरज कुमार ने तुरंत इसकी सूचना स्टेशन प्रबंधक को दी। जिसके बाद इस रूट पर ट्रेनों की आवाजाही को रोक दी गई। राजगीर-दानापुर पैसेंजर ट्रेन को भी रोक दिया गया ।
गेटमैन ने क्या देखा
गेटमैन नीरज कुमार सिंह के मुताबिक, जब वे ड्यूटी पर थे। तभी प्वाइंट संख्या 51 बी खंभा संख्या 34/37 के 4 से 5 मीटर आगे लोहे का कुछ टुकड़ा पटरी के नीचे नजर आया। पास जाकर देखा तो मेन लाइन के पूरब साइड की पटरी की जोड़ने वाली दोनों फिश प्लेट बिखरी पड़ी थीं। उसके अगल-बगल में नट बोल्ट भी नहीं थे। फिर इसकी सूचना ऑन ड्यूटी स्टेशन मास्टर को दी।
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रोक दिया गया परिचालन
जैसे ही रेल अधिकारियों को इसकी जानकारी मिली । वैसे ही तुरंत दूसरे स्टेशन को जानकारी दी गई और दोनों ओर से आने जाने वाली गाड़ियों को रोक दिया गया ।
दोबारा शुरू हुई सेवा
रेल कर्मियों ने फिश प्लेट को फिर से दुरुस्त किया। हालांकि, इस दौरान कोई ट्रेन उस ट्रैक से नहीं गुजरी। रिपेयरिंग काम होने की वजह से राजगीर-दानापुर पैसेंजर का परिचालन करीब आधे घंटे विलम्ब से शुरू हुआ। इस रेलखंड से रोजाना दर्जनों माल वाहक ट्रेन और पैसेंजर सहित सुपरफास्ट ट्रेन गुजरती हैं।