बिहार वासियों को लगने लगा था कि कोरोना ने अब बिहार से बोरिया बिस्तर बांधना शुरू कर दिया है। क्योंकि पिछले दो दिनों में कोरोना का कोई नया मरीज नहीं मिला था। उल्टे कोरोना के 11 मरीज ठीक होकर घर लौट गए थे. लेकिन दुनिया भर में कहर बरपाने वाला कोरोना के दो नए मरीज मिलने से एक बार हड़कंप मच गया
दो नए मरीज मिले
पटना के राजेंद्र मेमोरियल रिसर्च इंस्टीट्यूट (RMRI) ने मंगलवार को देर शाम दो लोगों में कोरोना वायरस का संक्रमण पाए जाने की पुष्टि की है. इन दोनों की जांच रिपोर्ट में इन्हें कोरोना संक्रमित बताया गया है. ये दोनों महिलाएं सीवान की रहने वाली बताई जा रही हैं. इन मरीजों के सामने आने के बाद अब बिहार में कोरोना पॉजिटिव की संख्या बढ़कर 34 हो गई है.
15 मरीज स्वस्थ होकर घर लौटे
बिहार में अब तक कोरोना वायरस की जांच के लिए कुल 4351 सैंपल लिए गए हैं, जिनमें से 4047 सैंपलों की जांच रिपोर्ट निगेटिव आई है. इस कारण यह आंकड़ा अभी तक 32 पर स्थिर था. लेकिन मंगलवार को 2 और कोरोना पॉजिटिव मरीजों के सामने आने के बाद अब संख्या बढ़कर 34 हो गई है. बिहार में अभी तक 15 कोरोना पॉजिटिव मरीज स्वस्थ होकर घर लौट चुके हैं. वहीं, साढ़े 11 हजार से अधिक लोगों को निगरानी में रखा गया है. इसके अलावा 2938 लोगों ने अभी तक 14 दिनों की क्वारंटाइन अवधि पूरी कर ली है. जबकि एक मरीज की मौत हो चुकी है
लॉकडाउन बढ़ाने पर फैसला नहीं
इधर, देशभर में 24 मार्च से लागू लॉकडाउन की अवधि बढ़ाने को लेकर अभी कोई फैसला नहीं लिया गया है. तेलंगाना और यूपी में लॉकडाउन की अवधि बढ़ाने को लेकर चल रहे कयासों के बीच बिहार में भी ऐसी चर्चाएं तेज हैं. हालांकि मंगलवार को आपदा विभाग ने इस संबंध में स्थिति स्पष्ट की. विभाग ने इस संबंध में जानकारी दी कि लॉकडाउन बढ़ाने का फैसला परिस्थिति को देखते हुए ही लिया जाएगा. 14 अप्रैल के बाद हालात को देखते हुए नीतीश कुमार की सरकार इस बारे में किसी तरह का फैसला लेगी.