
राजधानी पटना में रविवार सुबह से हो रही बारिश के बाद कई इलाकों में जलजमाव की स्थिति उत्पन्न हो गई है। बारिश के कारण कई निचले मोहल्ले में गलिया डूब गईं, सड़कों पर जलजमाव हो गया। पटना के राजवंशी नगर, राजेन्द्र नगर, कंकड़बाग, बाईपास दक्षिणी इलाकों में जलजमाव के कारण काफी परेशानी हो रही है।
हाईकोर्ट ने किया है तलब
कुछ दिन पहले ही पटना हाईकोर्ट ने राजधानी के कई इलाकों में जलमाव की समस्या दूर करने के लिए दायर याचिका पर सुनवाई करते हुए कहा था कि जलजमाव दूर करने को हर साल याचिका दायर होती है। सरकारी महकमा जल निकासी दूर करने का दावा हर साल करता है। बावजूद चंद घंटों की बारिश में ही पटना की सड़कों पर पानी कैसे जमा हो जा रहा है। पिछले साल जलजमाव के बाद क्या उपाय किए गए हैं? कोर्ट ने इस मामले में राज्य सरकार से जवाब तलब किया है। सरकार सहित नगर निगम को कार्रवाई रिपोर्ट पेश करने का आदेश दिया है।
नगर विकास मंत्री का क्या है कहना
वहीं नगर विकास एवं आवास मंत्री सुरेश कुमार शर्मा का कहना है कि पटना को जलजमाव से मुक्ति दिलाने को जो भी संसाधन मांगे गए, सरकार ने दिए हैं। अगर इसके बाद भी पटना डूबा तो नगर विकास और बुडको के आला अफसरों की खैर नहीं है। उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी। सुरेश शर्मा ने कहा कि अधिकारियों ने हमें आश्वस्त किया है कि 30 जून तक सारे काम पूरे कर लिए जाएंगे। उम्मीद है कि इस बार पटनावासियों को पहले जैसे हालात नहीं झेलने पड़ेंगे।