जॉब के बदले जमीन को लेकर आरजेडी सुप्रीमो लालू यादव की मुश्किलें बढ़ती जा रही है । इस मामले में CBI ने शुक्रवार को लालू प्रसाद यादव के 16 ठिकानों पर छापेमारी की थी । साथ ही लालू यादव की पत्नी और उनकी बेटी के खिलाफ FIR भी दर्ज की गई है । बताया जा रहा है कि लालू यादव के खिलाफ CBI की रेड RJD के ही एक सीनियर नेता की मांग पर की गई है । इस बारे में खुलासा बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री और मौजूदा राज्यसभा सांसद सुशील मोदी ने किया है ।
आरजेडी को बीजेपी का जवाब
लालू यादव पर सीबीआई की कार्रवाई को लेकर जहां आरजेडी बीजेपी पर हमलावर है और इसे सुनियोजित कार्रवाई बता रही है वहीं बीजेपी सांसद सुशील मोदी ने लालू यादव के करीबी और आरजेडी के कद्दावर नेता शिवानंद तिवारी का नाम उछाल दिया है ।
सुशील मोदी का दावा
बिहार के पूर्व डिप्टी सीएम सुशील मोदी ने ट्वीट कर आरजेडी से 5 सवाल पूछे हैं. जो लालू-राबड़ी के ऊपर लगे आरोपों को लेकर ही है. उन्होंने एक सवाल आरजेडी के कद्दावर नेता और लालू यादव के करीबी शिवानंद तिवारी को लेकर पूछे हैं.
प्रधानमंत्री से की थी CBI जांच की मांग
सुशील मोदी ने यह सवाल किया है कि अगर लालू प्रसाद ने रेलवे में नौकरी देने के बदले लाभार्थी से जमीन नहीं लिखवायी थी, तो शिवानंद तिवारी ने तत्कालीन प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को ज्ञापन देकर सीबीआई जांच की मांग क्यों की थी ? वहीं इसी छापेमारी वाले मामले से जुड़े कुछ और सवाल सुशील मोदी ने किये हैं.
नौकरी के बदले जमीन मामले में लालू परिवार और राजद से पांच सवाल –
अगर लालू प्रसाद ने रेलवे में नौकरी देने के बदले लाभार्थी से जमीन नहीं लिखवायी थी, तो शिवानंद तिवारी ने तत्कालीन प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को ज्ञापन देकर सीबीआई जांच की मांग क्यों की थी ?— Sushil Kumar Modi (@SushilModi) May 21, 2022
चारा घोटाला में भी घिर चुके हैं शिवानंद तिवारी
आपको बता दें कि सीएम नीतीश कुमार ने इशारे ही इशारे में शिवानंद तिवारी पर ही आरोप लगाया था कि उनके प्रयास से ही चारा घोटाला की जांच शुरू हुई थी। जिसमें लालू यादव को सजा हो चकी है ।