नालंदा जिला के हिलसा में लोगों का गुस्सा उस वक्त फूट पड़ा. जब बेलगाम ट्रैक्टर ने स्कूल जाते वक्त तीन सगी बहनों को कुचल दिया. जिसमें 8 साल की निशु कुमारी की मौके पर ही मौत हो गई. जबकि अंशू और रिशू जख्मी हो गई. हादसे के बाद लोगों ने जमकर बवाल काटा.
गुस्साए लोगों ने थाने पर बोला हमला
सड़क हादसे की खबर जैसे ही लोगों को मिला. सैंकड़ों की संख्या में लोग खाकीबाबा पुल के समीप इक्ठा हो गए और हंगामा करने लगे.गुस्साए लोगों को समझाने के लिए पुलिस पहुंची. लोगों ने पुलिस पर पथराव कर दिया. पथराव में कई लोग जख्मी हो गए. लोगों का गुस्सा देखते हुए पुलिस बल को पीछे हटना पड़ा. उधर, प्रदर्शनकारियों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही थी. भीड़ ने थाना पर हमला कर डीएसपी से हाथापाई करते हुए पुलिस को शव लौटने पर मजबूर कर दिया। शव लेकर ग्रामीण फिर से सड़क और रेलवे ट्रैक पर आगजनी करते हुए बवाल काटने लगें। आगजनी के कारण हटिया एक्सप्रेस एक घंटा ट्रैक पर खड़ी रही। करीब पांच घंटे के हंगामा के बाद आपदा के तहत मुआवजा मिलने पर आक्रोशित शांत हुए।
इसे भी पढ़िए-पटना से अगवा प्रॉपर्टी डीलर की नालंदा में हत्या.. जानिए पूरा मामला
हादसे में एक बहन की मौत
वेलवाबाग के रहने वाले विनय कुमार की तीनों बेटियां स्कूल जा रही थी। उसी दौरान सड़क पार करने के क्रम में फतुहां की ओर से आ रहे ट्रैक्टर ने तीनों को कुचल दिया। घटना में 8 साल की निशु की मौके पर ही मौत हो गई. जबकि अंशू और रिशू मामूली। सूचना पाकर मौके पर पहुंची पुलिस शव को कब्जे में कर थाना ले आई। इधर, घटनास्थल पर सैकड़ों ग्रामीण सड़क पर हंगामा कर रहे थे। दो बहनें घायल हैं।
शव कब्जा करने से फूटा आक्रोश
हंगामा की सूचना पाकर थानाध्यक्ष प्रेमराज चौहान दलबल के साथ मौके पर पहुंच कर आक्रोशित भीड़ को समझाने का प्रयास कर रहे थे। भीड़ शव को लौटाने की मांग पर अड़ी थी। शव लौटाने में टालमटोल पर भीड़ का गुस्सा फूट पड़ा और पुलिस पर रोड़ेबाजी शुरू कर दी। जिससे भगदड़ मच गई। बलों की संख्या कम रहने के कारण पुलिस को पीछे हटना पड़ा।
इसे भी पढ़िए-नालंदा में छात्र की निर्मम हत्या, शव को रेलवे ट्रैक पर फेंका
थाने पर हमला कर लाश ले गई भीड़
सड़क पर रोड़ेबाजी के दौरान बलों की संख्या कम रहने के कारण पुलिस पीछे हट गई थी। इस कारण भीड़ का दुस्साहस बढ़ गया। उग्र हजारों ग्रामीणों ने थाना पर पथराव करते हुए हमला कर दिया। जिससे पुलिस पदाधिकारी और कर्मी हैरान रह गए। उग्र लोग डीएसपी म़ुत्तफिक अहमद समेत अन्य पदाधिकारी और कर्मियों से हाथपाई करने लगें। यहां भी बलों की संख्या कम रहने के कारण पुलिस को शव वापस करना पड़ा।
शव के साथ आगजनी कर हंगामा
थाना से लाश लेने के बाद भीड़ खाकीबाबा पुल के समीप पहुंच कर सड़क जाम कर दिया। सड़क व रेलवे ट्रैक पर आगजनी कर लोग प्रदर्शन कर रहे थे। फतुहां-इस्लामपुर रेल खंड के 21 नंबर गेट के समीप आगजनी कर ट्रैक पर यातायात बाधित कर दिया गया। कई एक्सप्रेस व सवारी गाड़ी घंटे भर से अधिक समय तक खड़ी रही। जाम के दौरान एंबुलेस व शव वाहन को भी नहीं गुजरने दिया गया। कुछ देर के बाद मौके भारी संख्या में सुरक्षा बलों को बुला लिया गया। इसके बाद स्थानीय बुद्धिजीवियों की पहल पर परिजन को आपदा के तहत 4 लाख रुपए के मुआवजा का चेक और पारिवारिक लाभ योजना के तहत 20 हजार की राशि उपलब्ध कराई गई। इसके बाद हंगामा शांत हुआ। तब पुलिस फिर से शव को कब्जे में कर पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल अस्पताल ले गई।