नालंदा जिला में भीड़तंत्र का क्रूर चेहरा एक बार फिर देखने को मिला। जहां लोगों चोरी के आरोप में पीट-पीटकर दो युवक की हत्या कर दी। जबकि एक की हालत गंभीर है। इलाज के लिए बिहारशरीफ सदर अस्पताल से पटना रेफर कर दिया गया है ।
क्या है पूरा मामला
मामला इस्लामपुर थाना इलाके के वरडीह गांव की है। गांव वालों के मुताबिक रात करीब 1 बजे चोर सिद्धेश्वर प्रसाद के घर में घुसे। उनका मकान काफी दिनों से खाली पड़ा था। उनका एक बेटे मृत्युंजय भिलाई तो दूसरे मिथिलेश विलासपुर में अपने परिवार के साथ रहते हैं। आधी रात के बाद खटपट सुनकर उनके पड़ोसी उठे तो उनका दरवाजा बाहर से बंद था। शक हुआ तो घर के लोग छत पर चढ़कर बाहर निकले। देखा तो उनके दरवाजे की सिटकनी बाहर से बंद थी। इसी दौरान उनकी नजर मृत्युजंय के घर पर पड़ी तो ताला खुला देखकर चौंक गये। पड़ोसी चोर-चोर का शोर मचाने लगे।
शोर सुनकर इक्ठा हुए गांववाले
शोर सुनकर आधा दर्जन आरोपी चाहरदीवारी फांदकर भागने लगे। 3 आरोपी दूसरे की गोशाला में छुप गये जबकि बाकी भाग में कामयाब रहे। लेकिन गांववालों ने उन तीनों आरोपियों को घेरकर पकड़ लिया । फिर तीनों को रस्सी से एक खंभे में बांध दिया । उसके बाद लात-घूंसे और लाठी-डंडे से उन्हें पीटने लगे। करीब दो घंटे तक मारपीट के बाद तीनों अचेत हो गये। सुबह में करीब 3 बजे किसी तरह पुलिस को घटना की जानकारी हुई।
दो की मौत, 1 की हालत गंभीर
सूचना पाकर पहुंची पुलिस को तीनों को छुड़ाने के लिए काफी मेहनत करनी पड़ी। उन्हें अस्पताल पहुंचाया गया। वहां से प्राथमिक उपचार के बाद बिहारशरीफ रेफर किया गया। जहां डॉक्वटरों ने एक आरोपी अजय कुमार को मृतक घोषित कर दिया। जबकि दो को पटना रेफर कर दिया गया। लेकिन रास्ते में ही सद्दाम नामक आरोपी ने भी दम तोड़ दिया
तीनों की पहचान हुई
मृतकों की पहचान इस्लामपुर बाजार के माली टोला के रहने वाले चुन्नु राम के पुत्र अजय कुमार और लोहार टोला के मो. इदरीश के बेटे मो. सद्दाम के रूप में की गयी है। वहीं बूढ़ानगर गांव के रहने वाले सुरेश प्रसाद के बेटे संटु कुमार की हालत गंभीर है। पटना में उसका इलाज चल रहा है । पुलिस की मानें तो मारे गये दोनों युवकों का आपराधिक इतिहास रहा है। उनपर चोरी समेत अन्य आपराधिक मामले पहले से दर्ज हैं।
अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज
इस मामले में पुलिस ने अज्ञात लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गयी है और मामले की जांच में जुट गई है ।
नालंदा लाइव की अपील
प्रशासन इसे मॉब लिंचिंग की घटना मान रही है और कानून ये अपराध भी है। लेकिन गांव और शहर में जिस तरह आए दिन अपराध की वारदात हो रही है उससे लोगों का सब्र टूटता जा रहा है । इसलिए लोग फैसला ऑन द स्पॉट करने लगे हैं। हालांकि नालंदा लाइव लोगों से अपील करता है कि लोग कानून को अपने हाथ में न लें। अगर आप के आस पड़ोस में ऐसी वारदात होती और आरोपी पकड़ा जाता है तो उसे पुलिस प्रशासन को सौंप दें। क्योंकि कोई चोर है या अपराधी है इसका फैसला सिर्फ न्यायालय कर सकती है हम आप नहीं ।