आगामी लोकसभा चुनाव को लेकर बिहार एनडीए में सीट शेयरिंग पर जारी गतिरोध पर आखिरकार विराम लग गया है । बीजेपी-जेडीयू और लोकजनशक्ति पार्टी में बात बन गई है । नीतीश कुमार और अमित शाह ने पासवान को मना लिया है । अब तीनों पार्टियां मिलकर लोकसभा चुनाव लड़ेगी।
किस फॉर्मूले पर बनी बात
बिहार एनडीए के प्रमुख नेताओं के बीच सीट बंटवारे को लेकर फॉर्मूले की औपचारिक घोषणा कर दी है । नेताओं के बीच फॉर्मूले पर सहमति बनने के बाद औपचारिक एलान कर दिया गया है । बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह, जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के साथ लोकजनशक्ति पार्टी सुप्रीमो रामविलास पासवान उनके बेटे चिराग पासवान और बीजेपी के बिहार प्रभारी भूपेंद्र यादव मीडिया के सामने आए। उसके बाद बिहार में सीट फॉर्मूले का एलान किया । जिसके मुताबिक बीजेपी-जेडीयू 17-17 सीटों पर और रामविलास पासवान की लोजपा 6 लोकसभा सीटों पर चुनाव लड़ेगी।
बीजेपी कोटे से राज्यसभा जाएंगे पासवान
सीट शेयरिंग की घोषणा के वक्त बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने कहा कि इन सीटों के अलावे बीजेपी असम में अपने कोटे की राज्यसभा सीट सहयोगी पार्टी को देगी. इस सीट से एलजेपी प्रमुख रामविलास पासवान राज्यसभा जाएंगे। साथ ही कहा कि जल्द ही ये भी तय हो जायेगा की कौन किस सीट से लड़ेगा. इस दौरान जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष सर्वोपरि हैं. उनके घोषणा के बाद अब कहने को कुछ भी नहीं बचा है. हमारी पूरी कोशिश होगी की बिहार में एनडीए लोकसभा चुनाव में 2009 से भी ज्यादा सीट लाए. आपको बता दें कि 2009 में लोकसभा चुनाव के दौरान एनडीए को 40 में से 32 सीटों पर जीत मिली थी.
LJP ने दिया था अल्टिमेटम
सीट बंटवारे को लेकर जारी गतिरोध के बीच रामविलास पासवान ने अपने बेटे चिराग पासवान, भाई रामचंद्र पासवान और पशुपतिनाथ पारस को मैदान में उतारा। पशुपति पारस ने बीजेपी को 31 दिसंबर तक का अल्टीमेटम दिया। तो चिराग पासवान ने ट्वीट कर जल्द से जल्द सहयोगियों की समस्याओं को सुलझाने की नसीहत दी। तो वहीं, लोजपा सांसद रामचंद्र पासवान ने कहा था कि हम छोटी पार्टी हैं. हमें तैयारी के लिए समय चाहिए. इसलिए हम चाहते हैं कि यह मामला जल्द से जल्द सुलझ जाये