नालंदा के ‘दागी’ थानेदारों पर गिरी गाज.. कहां कहां के थानाध्यक्ष और इंस्पेक्टर बदले गए जानिए

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नालंदा जिला में तैनात दागी पुलिसवालों पर बड़ी कार्रवाई हुई है । पुलिस मुख्यालय ने 5 थानेदारों और 6 सर्किल इंस्पेक्टर पर कार्रवाई की है. इन सभी पुलिस अफसरों को लाइन हाजिर कर दिया गया है ।

कौन कौन थानाध्यक्ष लाइन हाजिर
हिलसा थाना के थानाध्यक्ष प्रेमराज चौहान
रहुई थाना के थानाध्यक्ष श्रीमंत कुमार सुमन
छबीलापुर के थानाध्यक्ष डिप्टी सिंह
तेल्हाड़ा के थानाध्यक्ष सुधीर कुमार
एसएसी एसटी थाना के थानाध्यक्ष नीलकमल

कौन कौन सर्किल इंस्पेक्टर लाइन हाजिर
नालंदा जिला के जिन 6 सर्किल इंस्पेक्टर को लाइन हाजिर किया गया है । उसमें नूरसराय के सर्किल इंस्पेक्टर सैय्यद अंसारी,अस्थावां इंस्पेक्टर राजेश कुमार,इस्लामपुर इंस्पेक्टर शालीग्राम कुमार,राजगीर इंस्पेक्टर मनोज कुमार,हिलसा अंचल इंस्पेक्टर अरुण कुमार, चंडी सर्किल इंस्पेक्टर जितेंद्र कुमार-2 शामिल हैं.

किसे कहां की मिली जिम्मेदारी
नालंदा पुलिस के जिन 11 अफसरों के खिलाफ कार्रवाई की गई है । उनकी जगह नए अफसरों को जिम्मेदारी दे दी गई है ।
-नूरसराय थाना के दारोगा स्वराज कुमार को रहुई थाना का थानाध्यक्ष बनाया गया है ।
-कटरा ओपी के दारोगा विनोद कुमार को छबिलापुर थाना का नया थानाध्यक्ष बनाया गया है
राजगीर के दारोगा संदीप कुमार को तेल्हाड़ा थाने का नया थानाध्यक्ष बनाया गया है
-पुलिस केंद्र के अरविंद कुमार को हिलसा थाना का थानाध्यक्ष बनाया गया है . साथ ही हिलसा के सर्किल इंस्पेक्टर की भी जिम्मेदारी दी गई है
हरनौत थाना में तैनात दारोगा संजीव कुमार को एससीएसटी थाना का नया थानाध्यक्ष बनाया गया है
-अशोक कुमार को नूरसराय का नया सर्किल इंस्पेक्टर बनाया गया है
बिहारशरीफ के सर्किल इंस्पेक्टर सुरेश प्रसाद को अस्थावां का अतिरिक्त प्रभार दिया गया है
-एकंगरसराय के इंस्पेक्टर उपेंद्र कुमार सिंह को इस्लामपुर का अतिरिक्त प्रभार दिया गया है
-राजगीर के थानाध्यक्ष संतोष कुमार को ही राजगीर के सर्किल इंस्पेक्टर की जिम्मेदारी सौंपी गई है.

क्यों हुई कार्रवाई
पुलिस मुख्यालय के एडीजी जितेंद्र कुमार का कहना है कि विधि-व्यवस्था और अनुसंधान अलग-अलग करने के क्रम में किन क्षमता-योग्यता के पदाधिकारी पदस्थापित किये जा सकते हैं, इसके लिए स्पष्ट दिशा निर्देश हैं. जो पदाधिकारी मानक पूरे नहीं करते हैं, उनका तबादला किया जा रहा है.

पुलिस अफसरों को क्यों माना गया दागी.
-शराबबंदी कानून को सख्ती से लागू न कराने वाले
-विभागीय जिम्मेदारी न निभाने वाले
-महिलाओं से अभद्र व्यवहार करने वाले
-भ्रष्टाचार का आरोप
-जिनकी अभिरक्षा के दौरान किसी के साथ हिंसा हुई हो
-जिन पर विभागीय कार्यवाही लंबित है
-कोर्ट दोषी करार दे चुका है

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