नीतीश के चहेते अफसरों की संपत्ति जानकर चौंक जाइएगा

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मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के अधिकारियों ने अपनी संपत्ति का ब्योरा जारी कर दिया है।
मुख्य सचिव के पास निजी गाड़ी नहीं:
मुख्य सचिव अंजनी कुमार सिंह के पास 72 हजार नकद, जबकि पत्नी पूर्णिमा शेखर सिंह के पास नकद 35 हजार रुपए हैं। बैंक में 2 लाख 72 हजार जबकि पत्नी के नाम पर 3 लाख 40 हजार जमा हैं। इन दोनों के पास कोई गाड़ी नहीं है। पीपीएफ व जीपीएफ में 59 लाख का निवेश है। करीब 27 लाख के घरेलू उपकरण इनके पास हैं। 62.5 डिसमिल जमीन फुलवारी मौजा में खेती के लायक है। करीब 1 करोड़ का आवासीय भवन यहां इनका है। पत्नी के नाम पर द्वारका में एक फ्लैट है। पत्नी के पास संपतचक बैरिया में 2.9 एकड़ का पांचवां हिस्सा गैर कृषि योग्य भूखंड है। पत्नी के नाम पर करीब 7 लाख जबकि मुख्य सचिव के नाम से 75 लाख का हाउसिंग लोन है। मुख्य सचिव के पास 50 हजार के सोना व स्टोन तो पत्नी के पास 24 लाख मूल्य का 800 ग्राम सोना जबकि 1.25 लाख मूल्य का ढाई किलो चांदी और 4 लाख का हीरा है।

आमिर सुबहानी के पास आल्टो कार:
गृह विभाग के प्रधान सचिव आमिर सुबहानी के करीब साढ़े 12 लाख रुपए बैंक और पीपीएफ खातों में जमा हैं। नकद के तौर पर उनके पास 22,800 रुपए हैं। सीवान स्थित पैतृक गांव में जमीन में हिस्सेदारी है। वहीं कंकड़गाब में पिता से मिला प्लॉट और पटना के एक अपार्टमेंट में राज्य सरकार से लिए गए एडवांस पर खरीदा गया फ्लैट है। उनके पास एक मारुति 800 आल्टो कार भी है।

ब्रजेश मेहरोत्रा और पत्नी के पास 20 लाख का सोना-हीरा:
मंत्रिमंडल सचिवालय विभाग के प्रधान सचिव ब्रजेश मेहरोत्रा के पास 45 हजार जबकि पत्नी ममता मेहरोत्रा के पास 50 हजार नकद है। 6 लाख बैंक में जमा है तो पत्नी के नाम पर करीब 40 लाख विभिन्न वित्तीय संस्थानों में जमा हैं। खुद के पास 15 ग्राम तो पत्नी के पास 18 लाख मूल्य का 600 ग्राम सोना जबकि पौने दो लाख का हीरा है। पति-पत्नी दोनों के नाम पर लखनऊ में आवासीय जमीन है। लखनऊ के गोमती नगर में एक 28 लाख का फ्लैट भी है। अविभाजित परिवार में करीब 7 लाख का निवेश है। इनके पास 1999 मॉडल की 3 लाख की गाड़ी है।

महाजन और उनकी पत्नी के नाम चंडीगढ़- मोहाली में फ्लैट:
शिक्षा विभाग के प्रधान सचिव रजनीश कुमार महाजन के पास 9 हजार, पत्नी सुमन लता के नाम 22 हजार नकद है। पति-पत्नी के नाम पर करीब 62 लाख का निवेश है। जीपीएफ में करीब 26 लाख है। पत्नी के नाम पर 2016 मॉडल की एक सिलेरियो कार है। पत्नी के पास 500 ग्राम सोना, 400 ग्राम चांदी है। चंडीगढ़ में करीब 50 लाख मूल्य का एक अपार्टर्मेंट तो पत्नी के नाम पर 60 लाख का एक फ्लैट मोहाली में है। दोनों से 48 हजार रुपए मासिक किराया आता है। इन पर 97 हजार रुपए का सरकार का किराया बाकी है। रिलायंस की विभिन्न कंपनियों में इनका शेयर है।

अरुण सिंह के पास 20 हजार की मारुति कार, 40 लाख का प्लॉट:
प्रधान सचिव साइंस टेक्नोलॉजी अरुण कुमार सिंह के पास 34 हजार, पत्नी डॉ. एस सिन्हा के पास 20 हजार नकद है। बैंक में इनका जमा करीब 42 लाख रुपए है। 1997 मॉडल की 20 हजार मूल्य की एक मारुति कार है। इनके पास 11 ग्राम तो पत्नी के पास 293 ग्राम उपहार में मिला सोना है। 11 लाख के घरेलू उपकरण हैं। रोहतास में पैतृक संपत्ति के तहत खेती के लायक करीब 5 एकड़ जमीन है। फुलवारी थाना मौजा में 17 लाख का एक गैर आवासीय जमीन तो करीब 40 लाख मूल्य का एक बिहार स्टेट हाउसिंग बोर्ड का प्लॉट है। इन पर करीब 19 लाख रुपए बकाया विभिन्न बैंकों का है।

प्रत्यय अमृत के नोएडा व गुड़गांव, पत्नी के नाम दिल्ली में फ्लैट:
ऊर्जा और आपदा प्रबंधन के प्रधान सचिव प्रत्यय अमृत के पास नकद 13 हजार तो पत्नी रत्ना अमृत के पास 7500 नकद है। खुद 11 लाख से अधिक बचत तो पत्नी के नाम पर 17 लाख से अधिक का बचत विभिन्न वित्तीय संस्थानों में है। खुद के पास 15 ग्राम सोना तो पत्नी के पास 550 ग्राम सोना और 900 ग्राम चांदी है। खुद के नाम पर नोएडा व गुड़गांव तो पत्नी के नाम पर दिल्ली में एक फ्लैट है। हाउसिंग लोन का लगभग 27 लाख तो शिक्षा लोन के रूप में 53 लाख का बकाया है।

दीपक सिंह का म्यूचुअल फंड में 96 लाख का निवेश, पटना में ‌फ्लैट:
श्रम संसाधन विभाग के प्रधान सचिव दीपक कुमार सिंह के पास नकद 9500 रुपए है। लगभग 28 लाख की बचत विभिन्न वित्तीय संस्थानों में है। 96 लाख मूल्य का म्यूचुअल फंड में निवेश है। पैतृक गांव में खेती की जमीन और पटना के आरा गार्डेन में दो हजार वर्गफीट में मौजूदा कीमत के अनुसार 85 लाख का अपार्टमेंट है। दो लाख का लोन है।

संजय अग्रवाल ने लोन से खरीदा अपार्टमेंट, बचत खाता में 39 लाख :
परिवहन विभाग के सचिव संजय कुमार अग्रवाल के पास लगभग 75 हजार तो चार्टड अकाउंटेंट पत्नी नेहा अग्रवाल के पास लगभग 70 हजार नकद है। बचत खाता में 39 लाख, पीपीएफ में 11 लाख और पांच लाख एफडी है। कई वित्तीय संस्थानों में लाखों का निवेश है। 34 लाख का हाउसिंग लोन लेकर आरा गार्डेन में 56 लाख का एक अपार्टमेंट खरीदा है।

विवेक सिंह के पास रिवाल्वर, पत्नी के पास 720 ग्राम सोना:
राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग के प्रधान सचिव विवेक कुमार सिंह के पास रिवाल्वर भी है। उनकी पत्नी के पास 720 ग्राम सोना है तो उनके खुद के पास 40 ग्राम सोना है। उनके पास नकद राशि 5600 रुपये है। उनकी पत्नी के पास 3550 रुपये नकद हैं। विभिन्न बैंकों में उनके खाते में लगभग 11 लाख रुपये जमा है तो उनकी पत्नी के खातों में लगभग 23 लाख रुपये जमा हैं। इसके अलावा श्री सिंह के नाम कई वित्तीय संस्थानों में लाखों रुपये का निवेश भी है।

सुनील सिंह और पत्नी के पास महज 1,500 नकद:
कृषि उत्पादन आयुक्त सुनील कुमार सिंह के पास मात्र एक हजार रुपये नकद है। उनकी पत्नी के पास तो नकद के नाम पर मात्र पांच सौ रुपये हैं। श्री सिंह के बैंक खाते में 23 लाख रुपये जमा हैं इसके अलावा अन्य वित्तीय संस्थानों में उनके पास लगभग दो लाख 89 हजार रुपये हैं। उनकी पत्नी के खाते में दस लाख रुपये हैं जमा हैं। साथ ही दूसरी वित्तीय संस्थाओं में उनके पास पौने दो लाख रुपये की संपत्ति है।

मीणा के नाम बैंकों में 24 लाख जमा, पुरानी मारुति कार भी:
सहकारिता विभाग के प्रधान सचिव अमृत लाल मीणा के पास नकद 50 हजार रुपये तो पत्नी के पास नकद 40 हजार है। इसके अलावा श्री मीणा के नाम बैंकों में 24.11 लाख रुपये जमा हैं। उनके पास 40 हजार का विभिन्न वित्तीय संस्थाओं के बांड और एक पुरानी मारुति 800 कार भी है। जयपुर में एक मकान है। उनकी पत्नी के बैंक खातों में लगभग 16 लाख रुपये हैं ओर दूसरी संस्थाओं के 70 हजार रुपये के बांड भी हैं। पत्नी के पास 400 ग्राम सोना भी है।

सिद्धार्थ के पास तमिलनाडु और दिल्ली में मकान:
उद्योग विभाग के प्रधान सचिव डॉ. एस सिद्धार्थ के पास तमिलनाडु के मदुरावयल में वर्तमान बाजार दर के अनुसार एक करोड़ 35 लाख 96 हजार 70 रुपये की कीमत का फ्लैट है। इसके अतिरिक्त वे दो अन्य आवासों के भी मालिक हैं जो कि नई दिल्ली व तेलंगाना में स्थित है। दिल्ली के द्वारका स्थित फ्लैट की कीमत वर्तमान बाजार दर के अनुसार 25 लाख और तेलंगाना के निजामपेट स्थित आवास की कीमत 65 लाख रुपये है। उनके दो बैंक खातों में से एक में 2.77 लाख और 7591 रुपये जमा है। वहीं, उन्होंने शेयर व बांड में 16.11 लाख रुपये का निवेश कर रखा है। डॉ. सिद्धार्थ के पास दो लाख 10 हजार रुपये की ज्वेलरी व 70 हजार 300 रुपये का निकॉन का कैमरा और 25 हजार का सोनी हैंडी कैम भी है।

डीजीपी के पास ग्रेटर नोएडा-पटना में फ्लैट, लखनऊ में मकान, प्लॉटॉ:
डीजीपी केएस द्विवेदी के पास नकद 6 हजार तो पत्नी शक्ति द्विवेदी के पास 10 हजार रुपए हैं। केएस द्विवेदी के बैंक खाते में 3 लाख से ज्यादा तो पत्नी के नाम पर 8 लाख से ज्यादा रुपए हैं। दोनों पति-पत्नी के नाम पर 46 लाख का फिक्स डिपोजिट है। केएस द्विवेदी के पास तीन सौ और पत्नी के पास चार सौ ग्राम सोना है। केएस द्विवेदी के पास अविभाजित परिवार के तहत झांसी में एक प्लॉट है वहीं लखनऊ में एक मकान है। औराई में पैतृक मकान भी है। इसके अलावा ग्रेटर नोएडा और पटना के पटेल नगर में अपार्टमेंट में फ्लैट है। पत्नी के नाम पर लखनऊ के गोमतीनगर में एक प्लॉट है। पति-पत्नी में किसी के पास कोई गाड़ी नहीं है। डीजीपी पर 22 लाख से ज्यादा का होम लोन भी है।

अतुल प्रसाद पर 2 करोड़ का कर्ज, गोंडा, नोएडा और पटना में ‌फ्लैट:
समाज कल्याण विभाग के प्रधान सचिव अतुल प्रसाद व उनकी पत्नी अनुभा प्रसाद पर आइडीबीआई बैंक के गृह ऋण का 94 लाख 64 हजार 392 रुपये बकाया है। वहीं 27 लाख का शिक्षा ऋण व अन्य 26. 98 लाख, 19.63 लाख, 3.22 लाख एवं माता-पिता के 52.49 लाख के ऋण की भी अदायगी करनी है। हालांकि 2017-18 के संपत्ति ब्यौरा में उन्होंने पति व पत्नी के नाम उत्तरप्रदेश के गोंडा में वर्तमान बाजार दर के अनुसार 1.65 करोड़ के मकान, नोएडा में 1.15 करोड़ का फ्लैट, पटना में 25 फीसदी निजी शेयर वाले 20 लाख के मकान व पत्नी के नाम विद्यालंकार भवन में 90 लाख के फ्लैट का भी उल्लेख किया है। अतुल प्रसाद के बैंक खाता में 22.60 लाख जमा है।

डीजी होमगार्ड से ज्यादा नकद पत्नी के पास:
डीजी होमगार्ड रवीन्द्र कुमार के पास महज 15 सौ रुपए जबकि पत्नी अंजली कुमारी के पास 5 हजार नकद रुपए हैं। पत्नी प्रतिष्ठित स्कूल की शिक्षिका हैं। विभिन्न वित्तीय संस्थानों में रवीन्द्र कुमार के नाम पर 28 लाख से ज्यादा तो पत्नी के नाम पर 16 लाख रुपए का निवेश है। पति-पत्नी दोनों के पास कार है। डीजी होमगार्ड का हिमाचल प्रदेश के चंबा जिले में पैतृक मकान और जमीन के अलावा शिमला में पारिवारिक हिस्से के तहत मिला प्लॉट है। ग्रेटर नोएडा के अपार्टमेंट में एक फ्लैट भी है। वहीं पत्नी के पास पारिवारिक संपत्ति के बंटवारे के तहत खेती योग्य जमीन और पटना में प्लॉट है।
डीजी सुनील कुमार के पास 40 हजार नकद : डीजी सुनील कुमार के पास 40 हजार नकद तो पत्नी के हाथ में 38 हजार कैश है। पत्नी निजी कंपनी में कार्यरत हैं। सुनील कुमार ने बैंकों में करीब 40 लाख का फिक्स डिपोजिट किया है वहीं पत्नी का बैंक बैलेंस 6 लाख रुपए है। सुनील कुमार ने बिहटा के पास जमीन खरीद रखी है वहीं शास्त्रीनगर के एक अपार्टमेंट में उनका फ्लैट है। पत्नी के नाम पर गाजियाबाद के वैशाली में एक प्लैट है। पत्नी पर 10 लाख रुपए का कर्ज भी है।

गुप्तेश्वर पांडेय के पास पैतृक संपत्ति के अलावा अचल संपत्ति नहीं:
डीजी बीएमपी गुप्तेशवर पांडेय के पास बक्सर जिले में स्थित पैतृक संपत्ति के तहत जमीन और मकान में हिस्से के अलावा कोई दूसरी अचल संपत्ति नहीं है। नगद उनके पास 30 हजार है और बैंकों में उनका 10 लाख से ज्यादा रुपए जमा है। वहीं पत्नी के पास 70 हजार रुपए नकद है। न तो उनके पास कोई गाड़ी है न ही उन्होंने कर्ज ले रखा है।

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