नालंदा जिले के सिलाव थाना क्षेत्र के कड़ाडीह गांव में जुलूस निकालने के दौरान दो समुदाय के लोग भिड़ गए । इस दौरान दोनों गुटों में जमकर पथराव हुआ । जिसमें कई ग्रामीण जख्मी हो गए हैं । घायलों को सिलाव अस्पताल में भर्ती कराया गया है । हिंसा के बाद कड़ाहडीह और हैदरगंज गांव में बड़ी संख्या में पुलिस बल की तैनाती की गई है ।
जुलूस को रोकने पर भड़की भीड़
कड़ाहडीह से दोपहर 12 बजे तय कार्यक्रम के अनुसार रामनवमी जुलूस निकाला गया। आगे-आगे रथ पर सवार श्रीराम, जानकी और हनुमान जी के वेश में बच्चे बैठे थे और पीछे जुलूस में शामिल लोग जयकारे लगाते जा रहे थे। जुलूस को सिलाव प्रखंड मुख्यालय तक आना था। कड़ाह डीह के बगल का टोला हैदरगंज में रथ को तो जाने दिया गया, लेकिन जुलूस को वहां के कुछ लोगों द्वारा रोक दिया गया। इसके बाद भीड़ भड़क गयी। पथराव होने लगा। भगदड़ मच गयी।
पुलिस पर भी पथराव
डीएम, एसपी और डीईआई घटना की सूचना पाकर मौके पर पहुंचे और लोगों को समझाने का प्रयास किया। लेकिन भड़की भीड़ ने प्रशासन की टीम पर भी पथराव शुरू कर दी। स्थिति की नजाकत को देखते हुए वरीय अधिकारी पीछे हट गए। इस दौरान रोड़ेबाजी में कई पुलिसकर्मी चोटिल हो गये। बाद में कई थानों की पुलिस मौके पर पहुंची और मोर्चा संभाला। पथराव कर रहे लोगों को खदेड़ भगाया। कई लोगों को पुलिस ने हिरासत में लिया है।
जुलूस को लेकर पहले से बना था तनाव
जुलूस निकालने को लेकर दो गुटों में पहले से तनाव बना था। मंगलवार को सिलाव में डीएम, एसपी व अन्य वरीय पदाधिकारियों की देखरेख में दोनों गुटों के लोगों के बीच शांति समिति की बैठक हुई थी। सर्वसम्मति से एक कमेटी बनी थी, जिसमें दोनों गुटों के दस-दस लोगों को शामिल किया गया था। तय हुआ था कि शांतिपूर्ण माहौल में जुलूस निकालने में कमेटी अपनी भागीदारी निभाएंगी। लेकिन रथ को जाने देने व जुलूस को रोके जाने पर विवाद बढ़ गया और पथराव की नौबत आ गई।
पुलिस छावनी में तब्दील हुआ गांव
पथराव के बाद कड़ाह डीह और हैदरगंज गांव पुलिस छावनी में तब्दील हो गया है। डीआईजी राजेश कुमार, डीएम, डॉ. त्यागराजन एसएम, एसपी सुधीर कुमार पोरिका कैंप कर रहे हैं। लोगों को शांति व्यवस्था बनाये रखने की अपील की जा रही है।