नालंदा लोकसभा सीट पर चुनाव से पहले जदयू की चिंता बढ़ रही है. यहां 19 मई को मतदान है. लेकिन वोटरों का गुस्सा शांत होने का नाम नहीं ले रहा है. कौशलेंद्र कुमार को हैट्रिक लगाने के लिए जदयू ने पूरी ताकत झोंक दी है. लेकिन वोटरों की नाराजगी खत्म होने का नाम नहीं ले रहा है. हालत ये है कि मुख्यमंत्री की अपील भी अभी तक कारगर साबित नहीं हो रहा है.
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जब मुख्यमंत्री की अपील हो गई बेअसर
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कौशेलेन्द्र कुमार को वोट देने के लिए मतदाताओं से भावनात्मक अपील की। कहा, इनको तीसरी बार मौका दिया। इनकी चिंता छोड़िए। इनको जिताईये। इनका बचा-खुचा काम हम कर देंगे। सीएम ने अपने संबोधन के अंत में उपस्थित जन समूह से कई बार पूछा कि कौशेलेन्द्र को जीत का माला पहना दें। भीड़ ने इस पर उतना उत्साह नहीं दिखाया। फिर माला पहना दी गई।
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खाली रह गया मैदान
हरनौत मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का अपना इलाका है. इसी विधानसभा सीट वो विधायक भी रह चुके हैं. कौशलेंद्र कुमार को लेकर हरनौत वासियों में खासा गुस्सा है. नालंदा में मुख्यमंत्री ने अपने चुनाव प्रचार की शुरुआत भी हरनौत से ही की. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की सभा में आशा के अनुरुप भीड़ नहीं थी. 70 फीसदी मैदान खाली था. ये नीतीश कुमार की पार्टी के लिए चिंता का विषय है. हालांकि स्थानीय नेता इसे गर्मी की वजह मान रहे हैं .
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भीड़ से उठी आवाज- मुश्किल है राह
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की सभा में भाषण के दौरान भीड़ में से काफी लोगों की एक आवाज आती रही कि इस बार राह आसान नहीं है. मुख्यमंत्री भी कई बार अति पिछड़ी जातियों के बीच में एकजुटता को लेकर जनता को सचेत कर रहे. लेकिन भीड़ में हर बार एक ही आवाज उठती थी कि इस बार मुश्किल बड़ी है.
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अतिपिछड़ों की गोलबंदी
शनिवार को हरनौत में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की सभा में नेताओं का संबोधन अति पिछड़ी जातियों की गोलबंदी के इर्द-गिर्द घूमता रहा। मंच से जद यू नेताओं का बार -बार ये कहा जाना कि राजद समर्थित गठबंधन से अतिपिछड़ी जाति के उम्मीदवार उतारने का यह मतलब नहीं कि वे अतिपिछड़ों की भलाई करेंगे। इसलिए सावधान रहना है। विधान पार्षद हीरा प्रसाद बिंद तथा राज्यसभा सांसद रामनाथ ठाकुर ने भी अपने संबोधन में अतिपिछड़ों को जद यू की ओर बनाए रखने का प्रयास किया। जिससे साफ है कि नीतीश कुमार और जदयू चिंतित है
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जदयू में भीतरघात का डर
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के डर से भले ही जदयू के नेता एक दिखने की कोशिश कर रहे हैं. लेकिन हमारे सूत्र ये बता रहे हैं कि जदयू के अंतर भीतरघात का भी डर सता रहा है. कौशलेंद्र कुमार को टिकट दिए जाने से हरनौत, हिलसा और अस्थावां विधानसभा क्षेत्र में कई नेता भीतरघात करा सकते हैं